एमबीबीएस के नए सत्र से पहले सीटें बढ़ने से उम्मीदवार उत्साहित, कई और कालेजों को सीटें बढ़ने की उम्मीद
जम्मू-कश्मीर में एमबीबीएस की 190 सीटें बढ़ने से उम्मीदवारों को लाभ होगा। जीएमसी जम्मू और श्रीनगर में अपेक्षित सीटें नहीं बढ़ीं पर अन्य कालेजों में सीटें बढ़ने की उम्मीद है। जीएमसी कठुआ डोडा बारामुला में सीटें बढ़ी हैं। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड मेडिकल कॉलेज को भी सीटें मिलने की उम्मीद है। राजौरी और उधमपुर मेडिकल कॉलेज ने भी आवेदन किया है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। एमबीबीएस के सत्र 2025-26 के बीच जम्मू-कश्मीर के पांच मेडिकल कालेजों में 190 सीटें बढ़ने से उम्मीदवारों को बड़ा लाभ हुआ है। हालांकि जीएमसी जम्मू और श्रीनगर में अपेक्षित सीटें नहीं बढ़ी हैं लेकिन अभी यह उम्मीद है कि कुछ और कालेजों में एमबीबीएस की सीटें बढ़ सकती हैं।
जीएमसी जम्मू में इस समय एमबीबीएस की 180 सीटें थी। इस कालेज ने पचास सीटों के लिए आवेदन किया था और इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के समक्ष फीस भी जमा करवाई थी लेकिन बीस ही सीटें बढ़ी।
अब इस कालेज में एमबीबीएस की 200 सीटें हो गई हैं। श्रीनगर मेडिकल कालेज में भी कमोवश ऐसी ही स्थिति है। इस कालेज ने भी पचास सीटों के लिए आवेदन किया था, लेकिन बीस सीटें ही बढ़ी।जम्मू-कश्मीर के सबसे पुराने इस मेडिकल कालेज में भी अब 200 सीटें हो गई हैं।
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जीएमसी कठुआ की सीटें 100 से बढ़कर 150 हो गई है। जीएमसी डोडा में पचास से बढ़कर 100 सीटें हो गई हैं। मेडिकल कालेज बारामुला में भी सीटें बढ़कर 100 से 150 हो गई हैं।
लेकिन अभी बहुत से मेडिकल कालेजों की सीटें नहीं बढ़ी हैं।
इन कालेजों को है उम्मीद
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा स्थापित मेडिकल कालेज के भी इसी सत्र से शुरू होने की उम्मीद थी। इस कालजे ने एमबीबीएस की पचास सीटों के लिए आवेदन किया था। लेकिन इस सूची में नाम न होने से अभी निराश हैं। अभी एमबीबीएस की सीटों के लिए काउंसलिंग का दूसरा दौर शुरू हुआ है। अभी एक और दौर होना है। कालेज प्रबंधन को उम्मीद है कि तीसरे दौर से पहले उन्हें भी पचास सीटें मिल जाएंगी।
राजकीय मेडिकल कालेज राजौरी ने भी पचास सीटों के लिए आवेदन किया है। लेेकिन अभी इनकी सीटें भी नहीं बढ़ी है। इस कालेज के प्रबंधन को भी उम्मीद है कि तीसरा दौर शुरू होने से पहले राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग उनके कालेज को भी अतिरिक्त पचास सीटें दे देगा।
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उधमपुर मेडिकल कालेज ने भी पचास सीटों के लिए आवेदन किया है। इसी तरह मेडिकल कालेज अनतंनाग ने पवास सीटों के लिए आवेदन किया है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक उच्चाधिकारी ने बताया कि अभी डेढ़ से दो सौ सीटें और बढ़ सकती हैं। उम्मीद है कि सत्र शुरू होने से पहले ही यह मंजूरी मिल जाएगी।
जीएमसी जम्मू, श्रीनगर निराश
जीएमसी जम्मू और श्रीनगर की सीटें अपेक्षा से कम बढ़ी हैं। पचास-पचास सीटों के स्थान पर बीस-बीस सीटें ही बढ़ी है। एक वरिष्ठ फैकल्टी सदस्य का कहना है कि दोनो मेडिकल कालेज सबसे पुराने हैं और यहां पर सबसे अधिक सुविधाएं हैं लेकिन कम सीटें बढ़ना प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।
वहीं चालीस प्रतिशत फैक्लटी की कमी के बावजूद डोडा जीएमसी की पचास सीटें बढ़ना उम बड़ी उपलब्धि है। इन कालेजों ने अपनी स्थापना के मात्र पांच से छह वर्ष में ही सीटों की संख्या दोगुना कर दी।
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