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    जम्मू स्मार्ट सिटी रियोजना में भ्रष्टाचार की बू, 1.26 करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद कई खम्भे अभी भी खड़े

    Updated: Fri, 03 Oct 2025 07:23 PM (IST)

    जम्मू स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बेकार बिजली के खंभों को हटाने के लिए 1.26 करोड़ रुपये खर्च किए गए फिर भी कई खंभे अभी तक नहीं हटाए गए हैं। स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने आधुनिक खंभे लगाने के लिए पुराने खंभों को हटाने की योजना बनाई थी लेकिन आज भी कई खंभे सड़कों पर बेकार पड़े हैं जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है।

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    अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इन खंभों को हटा दिया जाएगा।

    जागरण संवाददाता, जम्मू। स्मार्ट सिटी बन रहे जम्मू शहर में खाली पड़े बिजली के खम्भाें को हटाने के लिए स्मार्ट सिटी के तहत 1.26 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके बावजूद कई स्थानों पर आज भी बहुत से खम्भे खड़े हैं जो किसी काम के नहीं लेकिन इन्हें हटाया नहीं जा सका है।

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    जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर के विभिन्न मुख्य मार्गाें पर आधुनिक खम्भे लगाने का काम शुरू किया था। इसी कड़ी में पुराने खम्भों को हटाने की जरूरत थी। जिसके चलते स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने बिजली विभाग से मिलकर एक प्रोजेक्ट तैयार किया जिसमें शहर में 5200 खम्भों को हटाने के लिए 1.26 करोड़ रुपये मंजूर किए गए।

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    इसी राशि का इस्तेमाल करते हुए बिजली विभाग स्मार्ट सिटी के अंतर्गत इन्हें हटाने की प्रक्रिया को पूरा किया। इसके विपरीत आज भी 100 से ज्यादा खम्भे सड़कों पर बेकार साबित हो रहे हैं। इनमें ग्रीन बेल्ट पार्क-बाहुप्लाजा रोड़, लक्ष्मी नारायण मंदिर-ग्रीन बेल्ट पार्क रोड, शास्त्री नगर को जोड़ती सड़कों पर ही तीन दर्जन से ज्यादा खम्भे ऐसे हैं जिन पर कोई तार भी नहीं लगी लेकिन यह हटाए नहीं गए हैं। बिजली दफ्तर के आसपास भी ऐसे खम्भे देखे जा सकते हैं जो बेकार लगे हुए हैं।

    फुटपाथ बने तो बदले खम्भे

    स्मार्ट सिटी के तहत गांधीनगर, बीसी रोड, तालाब तिल्लो रोड, एयरपोर्ट रोड, रेलवे रोड, बाहूप्लाजा रोड समेत विभिन्न क्षेत्रों में फुटपाथों का निर्माण करते हुए पुराने बिजली के खम्भों को हटाया गया। गांधीनगर में हाई स्ट्रीट प्रोजेक्ट के अंतर्गत फुटपाथों का निर्माण किया गया है तथा कुछ स्थानों पर काम अभी भी जारी है। स्मार्ट सिटी के भिन्न प्रोजेक्ट्स के अंतर्गत निर्माण कार्य जारी हैं जिसके चलते खम्भों को भी बदला जा रहा है।

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    हटाए जाने चाहिए अनचाहे खम्भे

    ‘सड़क किनारों पर बेकार लगे बिजली के खम्भों को हटाया जाना चाहिए। यह खम्भे बेकार में फुटपाथों पर जगह घेरे हुए हैं। जब करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं तो फिर इन्हें हटाया क्यों नहीं गया।’ -राकेश सिंह, निवासी गांधीनगर एक्सटेंशन

    ‘बिजली के तारों के जाल को कम करने के लिए इन्सुलेटेड तारें डाली जा चुकी हैं तो फिर फालतू के खम्भों को हटाया जाना चाहिए। स्मार्ट सिटी के फुटपाथों पर कई जगह पर इस तरह के खम्भे दिखते हैं।’ -नीरज सिंह, निवासी हाजीपुरा

    ‘फालतू की तारों और खम्भों को सड़क किनारों से हटाने की जरूरत है। इससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित होती है। राहगीरों को भी परेशानी झेलनी ही पड़ती है। इनकी जरूरत नहीं है तो फिर हटाने में क्या दिक्कत।’ -वीरेंद्र सिंह, निवासी प्रीत नगर

    ‘गांधीनगर जैसे पाश इलाके में दर्जनों खम्भे दिख जाते हैं जिन पर कोई तार नहीं लगी। फिर भी इन्हें हटाया नहीं गया। ऐसा क्यों है। सब जानते हैं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपये इस काम के लिए खर्चे गए हैं।’ -वीरेंद्र सिंह, निवासी प्रीत नगर

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    क्या कहते हैं अधिकारी

    ‘स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के अंतर्गत आए लगभग सभी खम्भे हटाए जा चुके हैं। बिजली विभाग को निर्देश दिए जाएंगे कि अगर कहीं और भी बेकार ही खम्भे लगे पड़े हैं तो इन्हें हटाने का काम शुरू किया जाए।’ -डा. देवांश यादव, सीईओ, जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड