Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    आतंकी हमले में मंदिर क्षतिग्रस्त, लेकिन शिवलिंग को नहीं हुआ नुकसान; भारत-पाक युद्ध के समय बना था शिवालय

    Updated: Wed, 30 Oct 2024 08:02 AM (IST)

    Akhnoor Terror Attack अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास केरी बट्टल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच करीब 27 घंटे तक चली मुठभेड़ में तीनों आतंकी ...और पढ़ें

    मुठभेड़ समाप्त होने के बाद बाबा शिव आसन मंदिर में मात्था टेकने पहुंचे सैन्य कर्मी।

    जागरण संवाददाता, जम्मू। पाकिस्तान के साथ लगती नियंत्रण रेखा के अखनूर सेक्टर में केरी बट्टल में आतंकियों के साथ सुरक्षाबल की करीब 27 घंटे मुठभेड़ चली। इसमें जवानों ने तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया। आतंकी घुसपैठ कर बट्टल में प्राचीन शिव मंदिर में छिप गए थे। मुठभेड़ के दौरान शिव आसन मंदिर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन वहां लगा प्राचीन शिवलिंग जस का तस है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गोलीबारी में क्षतिग्रस्त हो गया मंदिर का ढांचा

    इतना ही नहीं, शिवलिंग के ऊपर लगी जल की गागर भी पवित्रता बनाए हुए है। आतंकी जब शिव आसन मंदिर में छिपे थे तो सुरक्षाबल के जवानों ने उन पर वहीं प्रहार किया था। इस दौरान हुई गोलाबारी में मंदिर का बाहरी और भीतरी ढांचा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन मंदिर के पवित्र शिवलिंग का बाल भी बांका नहीं कर पाए आतंकी।

    योद्धाओं के लिए प्रेरणास्रोत है मंदिर

    शिव आसन मंदिर योद्धाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है। शिव आसन मंदिर का निर्माण वर्ष 1965 भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सेना द्वारा करवाया गया था। तब से अखनूर सेक्टर के जोगवां गांव में जो भी सेना की नई यूनिट तैनात होती है वह सबसे पहले इस मंदिर में पूजा अर्चना करती है। सेना की यूनिट मंदिर का विस्तार करने में अपना योगदान देती है। मंदिर में सैन्य कर्मी अक्सर भंडारे का आयोजन करते रहते हैं।

    यह भी पढ़ें- 'AI की मदद से आतंकियों को किया गया ढेर', अखनूर एनकाउंटर के बाद मेजर जनरल का खुलासा

    जवानों ने तीनों आतंकी को किया ढेर

    सोमवार को जब सैन्य कर्मियों ने मुठभेड़ में तीनों पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया तो सेना के जवानों ने उत्साह में बाबा शिव आसन और दुर्गा माता का जय घोष लगाकर मंदिर में माता टेका था। शिव आसन मंदिर कमेटी के सदस्यों का कहना है कि आतंकी मुठभेड़ के बाद मंदिर को नए सिरे से तैयार कराया जाएगा।

    मंदिर में भंडारा तय कार्यक्रम के तहत ही हुआ करेगा। वहीं, ग्रामीणों ने कहा कि यह भगवान शिव आसन की कृपा है कि आतंकियों के साथ इतनी घातक मुठभेड़ होने के बाद भी ना तो सुरक्षाबल का और ना ही स्थानीय लोगों का कोई नुकसान हुआ है।

    सेना की एंबुलेंस पर की थी फायरिंग

    पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के अखनूर सेक्टर के केरी बट्टल इलाके में बने शिव मंदिर के पास आतंकियों ने सेना की एंबुलेंस पर फायरिंग की थी। इसके बाद कार्रवाई करते हुए जवानों ने 3 दहशतगर्दों को मार गिराया। बता दें कि 28 अक्टूबर को सुबह 06:30 बजे के करीब इस आतंकी हमले को अंजाम दिया गया था।

    यह भी पढ़ें- बर्फ की चादर से ढकना शुरू हुआ कश्मीर, घाटी के ऊपरी इलाकों में बारिश की संभावना; कैसा रहेगा अगले 2 दिनों तक मौसम?