AIIMS Jammu को देख बोले मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पीएम मोदी का सपना सचमुच यहां साकार हुआ है
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एम्स जम्मू का दौरा किया और संस्थान की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने इसे अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा और शैक्षणिक संस्थान बनाने के प्रयासों की सराहना की। उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेसवे के पूरा होने से मरीजों की पहुंच में सुगमता की बात कही। उन्होंने एम्स जम्मू द्वारा तैयार आपदा प्रबंधन नियमावली का भी विमोचन किया

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने वीरवार को एम्स जम्मू का दौरा कर इसकी कार्यप्रणाली की समीक्षा की और संस्थान द्वारा कम समय में की गई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने एम्स जम्मू को एक अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा और शैक्षणिक संस्थान बनाने के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि एम्स की सफल स्थापना और संचालन इच्छाशक्ति और दूरदर्शिता का प्रमाण है। प्रधानमंत्री का सपना सचमुच यहां साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इस असाधारण सुविधा के निर्माण के लिए विश्वस्तरीय प्रयास एक साथ आए हैं।
संस्थान के बढ़ते महत्व पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देखकर खुशी होती है कि एम्स पहले से ही देश भर के मरीजों की सेवा कर रहा है। दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा एक्सप्रेसवे के पूरा होने से मरीजों की पहुंच और सुगम हो जाएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जम्मू-कश्मीर के अन्य स्वास्थ्य सेवा संस्थान भी उत्कृष्टता के इस माडल का अनुकरण करेंगे।
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मुख्यमंत्री ने संस्थान और उसके विकास एवं विस्तार के दृष्टिकोण को पूर्ण सरकारी समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने एम्स प्रबंधन की महत्वाकांक्षाओं की प्रशंसा की और आशा व्यक्त की कि एम्स कश्मीर जल्द ही पूरा होकर चालू हो जाएगा।
एम्स जम्मू द्वारा तैयार आपदा प्रबंधन नियमावली का विमोचन करते हुए मुख्यमंत्री ने तत्परता की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि हमें कभी ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा जिसमें इस नियमावली के उपयोग की आवश्यकता पड़े। फिर भी तैयारी के हित में ज़रूरत पड़ने पर न मिलने से बेहतर है कि हमारे पास हो और जरूरत न हो। एम्स जैसे संस्थानों द्वारा की गई ऐसी दूरदर्शी पहल सराहनीय हैं।
मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी ने भी सभा को संबोधित किया और एम्स जम्मू को उसके प्रभावशाली बुनियादी ढांचे, हरे-भरे परिसर और चिकित्सा उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में उभरने के लिए बधाई दी। उन्होंने अस्पताल की रोगी अनुकूल पंजीकरण प्रक्रिया और उपचार सुविधाओं की गुणवत्ता की सराहना की।
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डा. शक्ति कुमार गुप्ता ने संस्थान की प्रगति का एक व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया और एम्स जम्मू को स्वास्थ्य सेवा, अनुसंधान और शिक्षा का वैश्विक केंद्र बनाने के अपने दृष्टिकोण को साझा किया।
उन्होंने बताया कि मरीज़ों की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि डिस्चार्ज हुए 82 प्रतिशत मरीज बेहद संतुष्ट हैं और 17 प्रतिशत मरीज प्रदान की गई सेवाओं से संतुष्ट हैं। उन्होंने अस्पताल की बढ़ती क्षमताओं को दर्शाने वाले कई प्रमुख आंकड़े भी प्रस्तुत किए।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने डायग्नोस्टिक लैब, परीक्षण सुविधाओं, इन पेशेंट वार्डों और उच्च तकनीक वाले शैक्षणिक कक्षाओं सहित परिसर के विभिन्न खंडों का दौरा किया और बुनियादी ढांचे और परिचालन तैयारियों का जायजा लिया।
एम्स जम्मू के कार्यकारी निदेशक और सीईओ डा. शक्ति कुमार गुप्ता ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। जम्मू के मंडलायुक्त रमेश कुमार और सांबा के उपायुक्त राजेश शर्मा भी उपस्थित थे। इस अवसर पर आईआईएम जम्मू के निदेशक प्रो. बीएस सहाय, डीन रिसर्च और अस्पताल प्रबंधन प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल डा. सुनील कांत भी उपस्थित थे।
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भयमुक्त होकर काम करें डाक्टर: उमर
मुख्यमंत्री ने जीएमसी जम्मू में डाक्टर पर हुए हमले की हालिया घटना पर कहा कि डाक्टरों को कभी भी हिंसा का शिकार नहीं होना चाहिए। वे निस्वार्थ भाव से अक्सर ड्यूटी के घंटों से परे खुद को समर्पित करते हैं। उनके इरादे और प्रयास अटल हैं और उन्हें कभी भी उनके नियंत्रण से बाहर के परिणामों के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हालिया मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि मैंने मामला दर्ज करने और न्याय दिलाने की मांग की है। हमारे डाक्टरों को भय और भय से मुक्त होकर काम करना चाहिए।
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