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Jammu News: वोकेशनल एजुकेशन से सुधरेगा बच्चों का भविष्य, 553 हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए जारी किए 2.76 करोड़ रुपये

जम्मू-कश्मीर में शिक्षा को विकसित करने के लिए वोकेशनल एजुकेशन (Vocational Education) पर फोकस किया जा रहा है। इसके लिए 553 हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए 2.76 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है। इस राशि से वोकेशनल एजुकेशन को और मजबूत किया जाएगा। इसके साथ वोकेशनल लैब में कच्चा माल ग्रांट के तहत धनराशि जारी हुई है।

By satnam singh Edited By: Deepak Saxena Published: Sun, 10 Mar 2024 06:10 PM (IST)Updated: Sun, 10 Mar 2024 06:10 PM (IST)
वोकेशनल एजुकेशन से सुधरेगा बच्चों का भविष्य।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में समग्र शिक्षा के तहत वोकेशनल एजुकेशन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समग्र शिक्षा के तहत साल 2023-24 के बजट में 553 स्कूलों में स्थापित की गई वोकेशनल लैब को मजबूत करने के लिए 2.76 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है। यह धनराशि जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों को जारी की गई है। प्रत्येक स्कूल को पचास हजार रुपये की धनराशि मंजूर की गई है।

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इन जिलों में इतने स्कूल हुए चयनित

अनंतनाग जिला के 37, बांडीपोरा के 26, बारामुला के 41, बडगाम के 29, डोडा के 23, गांदरबल के 15, जम्मू के 32, कठुआ के 30, किश्तवाड़ के 18, कुलगाम के 25, कुपवाड़ा के 50, पुंछ के 45, पुलवामा के 22, राजौरी के 44, रामबन के 24, रियासी के 26, सांबा के 14, शोपियां के 10, श्रीनगर के 15 और ऊधमपुर जिला के 27 स्कूलों को चयनित किया गया है। 

आदेश में कहा गया है कि वोकेशनल एजुकेशन के लिए एक अलग कैश बुक को बनाया जाए और इसे ऑडिट टीम व समग्र शिक्षा के निदेशालय के अधिकारियों की जांच के लिए तैयार किया जाए। सभी असली बिल और रसीद संभाल कर रखी जाए और संबंधित वोकेशनल एजूकेशन अधिकारी और स्कूल के हैड के पास उपलब्ध होने चाहिए।

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रोजगार देने में मददगार होंगे ये कोर्स

इसके साथ यह भी कहा गया है कि वित्त वर्ष समाप्ति की तरफ है और 31 मार्च तक सभी उपयोगिता प्रमाण पत्र समग्र शिक्षा निदेशालय को उपलब्ध करवाए जाने चाहिए। वोकेशनल एजुकेशन विभिन्न ट्रेड में उपलब्ध होगी जिसमें रिटेल, टूरिज्म एंड हास्पिटैलिटी, हेल्थ केयर, सिक्योरिटी ,ब्यूटी एंड वैलनेस, ऑटोमोटिव, सूचना तकनीक, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, अपीरियंलस मेड अप्स एंड होम फर्निशिंग, एग्रीकल्चरल, प्लंबिंग, टेलीकाम, मल्टी स्किलिंग आदि शामिल हैं। वोकेशनल एजूकेशन का मकसद विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाना तो है साथ ही रोजगार में मदद देने में भी यह कोर्स सहायक होंगे। वोकेशनल एजुकेशन हायर सेकेंडरी व हाई स्कूलों में उपलब्ध करवाई जा रही है।

कच्चा माल ग्रांट के तहत जारी हुई धनराशि

वोकेशनल लैब में कच्चा माल ग्रांट के तहत धनराशि जारी हुई है। विद्यार्थियों को इस तरह से सक्षम बनाने की तैयारी है कि वे अपने घरों में जरूरत पड़ने पर छोटे मोटे कार्य कर पाएं। इससे विद्यार्थी पढ़ाई के साथ साथ छोटे कार्य करने में सक्षम हो जाएंगे। अगले अकादमिक सत्र 2024-25 के लिए भी पांच सौ से अधिक स्कूलों में वोकेशनल एजुकेशन शुरू करने की तैयारी हो चुकी है।

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