Asian Games: पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलने पर ध्यान देगी भारतीय पुरुष हॉकी टीम, सिंगापुर से होगा मुकाबला
पहले मैच में बड़ी जीत से उत्साहित भारतीय पुरुष हॉकी टीम एशियाई खेलों में मंगलवार को जब पूल-ए के अपने दूसरे मैच में सिंगापुर से भिड़ेगी तो उसका लक्ष्य पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलने की अपनी दर में सुधार करना होगा। विशेषकर जब पेनाल्टी कार्नर की बात आती है तो भारतीय टीम ने कुछ अच्छे ड्रग फ्लिकर होने के बावजूद मौके गंवाए।

नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। पहले मैच में बड़ी जीत से उत्साहित भारतीय पुरुष हॉकी टीम एशियाई खेलों में मंगलवार को जब पूल-ए के अपने दूसरे मैच में सिंगापुर से भिड़ेगी तो उसका लक्ष्य पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलने की अपनी दर में सुधार करना होगा। स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार भारत ने अपने पहले मैच में उज्बेकिस्तान को 16-0 से करारी शिकायत दी थी, लेकिन हरमनप्रीत सिंह की अगुआई वाली टीम जानती है कि उसे किन क्षेत्रों में सुधार करना है।
पेनाल्टी कार्नर पर काम करना चाहेगा भारत
विशेषकर जब पेनाल्टी कार्नर की बात आती है तो भारतीय टीम ने कुछ अच्छे ड्रग फ्लिकर होने के बावजूद मौके गंवाए। इन खिलाडि़यों में हरमनप्रीत, वरुण कुमार, अमित रोहिदास और संजय शामिल हैं। हरमनप्रीत को पहले मैच में विश्राम दिया गया था। इन खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद उज्बेकिस्तान के विरुद्ध भारत 14 पेनाल्टी कार्नर में से केवल पांच पर ही गोल कर पाया था।
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16 में से 10 मैदानी गोल किए हैं भारत ने
सिंगापुर के विरुद्ध अगले मैच से पहले मुख्य कोच क्रेग फुल्टन के लिए यह चिंता का विषय होगा। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि हरमनप्रीत मंगलवार को मैच में खेलेंगे और उनके कौशल को देखते हुए पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलने का मुख्य जिम्मा उन्हीं का होगा। उज्बेकिस्तान के विरुद्ध भारत के लिए सकारात्मक पहलू उसकी अग्रिम पंक्ति का प्रदर्शन रहा। भारत ने 16 में से 10 मैदानी गोल किए थे।
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