Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    खतरा! शिमला के सुन्नी में खतरे के निशान से ऊपर सतलुज नदी, ITI में पानी घुसा प्रशिक्षु घर भेजे, पुल पर आवाजाही रोकी

    Updated: Mon, 21 Jul 2025 07:01 PM (IST)

    Himachal Pradesh Flood सुन्नी क्षेत्र में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। सतलुज का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है जिससे चाबा पावरहाउस और आईटीआई सुन्नी में पानी भर गया। प्रशासन ने लोगों को नदी के किनारे न जाने की सलाह दी है और हिमरी और ओगली के स्कूलों में छुट्टी कर दी है। तत्तापानी में भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है।

    Hero Image
    सुन्नी में पुल को छता सतलुज नदी का पानी और आइटीआइ परिसर में हुआ जलभराव।

    संवाद सूत्र, सुन्नी (शिमला)। Himachal Pradesh Flood, सुन्नी क्षेत्र में रविवार से लगातार हो रही बरसात के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी वर्षा के कारण शिमला सुन्नी मुख्य मार्ग भी कुछ समय के लिया अवरूद्ध रहा। प्रशासन की मुस्तैदी के कारण अवरुद्ध हुए मार्गों को कुछ ही समय में वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। सोमवार को सुन्नी व तत्तापानी में सतलुज का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर बहने लगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जलस्तर की बढ़ोतरी के कारण चाबा पावरहाउस भी जलमग्न हो गया और दोपहर बाद सुन्नी-थली पुल की सड़क पर जलभराव के कारण प्रशासन की ओर से पुल पर आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई। वहीं सतलुज के साथ लगते सुन्नी आईटीआई परिसर में भी जलभराव हो गया। इसके बाद आईटीआई में छुट्टी कर दी गई।

    जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण सुन्नी स्थित कालीघाट, काली माता मंदिर परिसर और श्मशान घाट भी पूरी तरह से जलमग्न हो गया। इसी तरह मगाण, जैशी मरोला व चाबा झूला पुल सतलुज के जलस्तर से डूब गए हैं। वहीं दूसरी ओर सुन्नी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भी बढ़ते हुए जलस्तर के कारण खतरे की जद में आ गया है।

    यह भी पढ़ें- VIDEO: पुल से गुजर रही थी ट्रेन और चक्की दरिया की बाढ़ में बह गई अप्रोच, 90 रेलगाड़ियों की आवाजाही पर संकट

    एसडीएम ने किया मौके निरीक्षण

    सुन्नी नगर में भारी बरसात के कारण साेमवार को पेश आई समस्याओं को देखते हुए एसडीएम सुन्नी राजेश वर्मा ने भी स्थिति का जायजा लिया। सुरक्षा की दृष्टि से नदी के किनारे पुलिस तैनात कर दी गई है और लोगों को सतलुज नदी के समीप न जाने हिदायत दी जा रही है। वहीं भारी वर्षा के कारण हिमरी और ओगली के स्कूलों में अवकाश घोषित किए गया। प्रशासन की ओर से नदी नालों के समीप रह रहे नागरिकों को सुरक्षित पर जाने भी सलाह दी है।

    यह भी पढ़ें- Himachal Landslide: नाले से सड़क पर आए मलबे में आधी दब गई सवारियों से भरी बस, मुश्किल से बच पाई जान, VIDEO

    तत्तापानी में स्नानागार भी पानी से भरे 

    वहीं तत्तापानी में भी सतलुज के बढ़ते जलस्तर के कारण गर्म पानी के स्नानागार तक पानी भर गया है और साथ लगते गांव तरेड़ी को जाने वाली एकमात्र सड़क भी जलमग्न हो गई। तत्तापानी पुल के समीप जलस्तर निर्देशित निशान से लगभग 60 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। सतलुज के तेज बहाव के कारण सुन्नी तत्तापानी मार्ग पर तत्तापानी पुल के समीप मुख्य मार्ग का अधिकांश हिस्सा सतलुज नदी में बह गया।

    यह भी पढ़ें- हिमाचल में भारी बारिश का कहर, चंबा में बादल फटा, तीन हाईवे सहित 468 सड़कें बंद, 121 हुआ मौत का आंकड़ा, तस्वीरों में देखिए तबाही