हिमाचल में भारी बारिश का कहर, चंबा में बादल फटा, तीन हाईवे सहित 468 सड़कें बंद, 121 हुआ मौत का आंकड़ा, तस्वीरों में देखिए तबाही
Himachal Weather Alert हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। चंबा में दो लोगों की मौत हो गई है और कई सड़कें भूस्खलन से बाधित हैं। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मंडी कांगड़ा चंबा समेत कई जिलों में शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं।

राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Weather Alert, हिमाचल प्रदेश में रात से भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई उपमंडलों में आज सोमवार को एहतियातन सभी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। चंबा जिले में वर्षा के कहर से दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि जगह-जगह भूस्खलन से सड़कें बंद हो गई हैं। चंबा के तीसा में बादल फटने से एक पुल व सड़कें बह गई हैं। अगले 72 घंटों के लिए मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है।
चम्बा में बादल फटने से थल्ली लिंक रोड पर बना पुल बहा... pic.twitter.com/1qJ3ThWi9z
— Rajesh Sharma (@sharmanews778) July 21, 2025
इन उपमंडलों में शिक्षण संस्थान बंद
प्रदेश के मंडी, कांगड़ा, चंबा, शिमला, सिरमौर, सोलन, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कुल्लू जिलों में लगातार भारी वर्षा हो रही है। मंडी जिला के थुनाग, कुल्लू जिला के आनी, शिमला जिला के रोहड़ू, जुब्बल, कुमारसैन, चौपाल और सुन्नी के जलोग उपतहसील समेत कई उपमंडलों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे गए हैं। ठियोग में भी संपर्क सड़कें बंद होने के कारण एसडीएम ने शिक्षण संस्थानों में एक दिन की छुट्टी का ऐलान किया है।
जिला मंडी के सराज में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से लम्बाथाच कॉलेज तक पहुंचा बाखली खड्ड का पानी।
पति के साथ मायके आई थी पत्नी, भूस्खलन से दोनों की मौत
भारी वर्षा के कारण चंबा के मैहला में चड़ी पंचायत के सूताह गांव में एक मकान पर भारी पत्थर गिरने से नवविवाहित जोड़े की मौत हो गई। लड़की पति के साथ मायके आई थी और रात को हादसे में दोनों की जान चली गई।
तीन हाईवे बाधित
मंडी–कुल्लू नेशनल हाईवे पर 4 मील और नौ मील के बीच फिसलन और गिरते पत्थरों से रुक-रुक कर सिर्फ एकतरफा यातायात चल रहा है। पंडोह-औट मार्ग भी बंद है, जबकि सिरमौर जिला में एनएच-707 शिलाई–लालढांग और औट–लुहरी नेशनल हाईवे 305 पर भी भूस्खलन के चलते यातायात बाधित है। शिमला जिला के ऊपरी इलाकों में भी कई सड़कें भूस्खलन से अवरुद्ध हैं। सोमवार सुबह तक सबसे ज्यादा 310 सड़कें मंडी जिला में बंद हैं। सिरमौर में 52, चम्बा में 39 और कुल्लू में 33 सड़कें बंद हैं। मंडी जिला में 390 बिजली ट्रांसफार्मर, सोलन में 259, चम्बा में 214, सिरमौर में 169 और कुल्लू में 111 ट्रांसफार्मर बंद हैं।
बांधों से पानी छोड़ने के कारण नदियों में बढ़ा जलस्तर
इस तरह की स्थिति को देखते हुए कई डैमों से भी पानी छोड़ा जा रहा है। कोलडैम से आज सुबह 10 बजे पानी छोड़ना शुरू कर दिया है, जिससे नदी का जलस्तर 4-5 मीटर बढ़ गया है। लारजी डैम से भी पानी छोड़ा गया है और एनजेएचपीएस नाथपा बांध से भी सतलुज नदी में अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है। लोगों और पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने की सख्त चेतावनी दी गई है।
मौसम के कहर से 121 लोगों की मौत
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार अब तक प्रदेश में वर्षा से जुड़ी घटनाओं में 121 लोगों की मौत हो चुकी है और 34 लोग लापता हैं, जबकि 215 लोग घायल और 34 लोग अभी भी लापता हैं। मंडी में सबसे ज्यादा 21 मौतें और 27 लोग लापता हैं। इसके अलावा कांगड़ा में 19, कुल्लू में 15, चंबा में 10, ऊना, सोलन और हमीरपुर में 9-9, शिमला और बिलासपुर में 8-8 लोगों की जान जा चुकी है
शिमला के जाठियादेवी में भारी भूस्खलन के कारण बंद सड़क और फंसे वाहन।
इन जिलों के लिए दोपहर तक रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने आज दोपहर तक शिमला, सिरमौर, चम्बा, कांगड़ा और मंडी जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा का रेड अलर्ट किया जारी किया गया है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कांगड़ा में सर्वाधिक 147 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है। इसके अलावा कांगड़ा जिला के ही नगरोटा सूरियां में 127, चम्बा जिला के चुआडी में 118, मंडी में 113, जोगिन्दरनगर में 100, नाहन में 95, पंडोह में 86, पच्छाद में 85, कुफ़री में 76, जतौंन बैरेज में 75, जोत में 74 और सुंदरनगर में 73 मिमी वर्षा हुई है।
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