Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Himachal: पहली अगस्त से 8 घंटे ड्यूटी देंगे HRTC चालक व परिचालक, तय समय के बाद अड्डे पर खड़ी कर देंगे बसें

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 04:49 PM (IST)

    HRTC Employees News हिमाचल सड़क परिवहन निगम (HRTC) के कर्मचारियों ने मांगों को लेकर प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोला है। 1 अगस्त से कर्मचारी वर्क टू रूल के तहत केवल 8 घंटे ड्यूटी करेंगे। यूनियन का कहना है कि प्रबंधन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है जिसके चलते उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है। कर्मचारियों को नाइट ओवर टाइम और मेडिकल भत्ते भी नहीं मिल रहे हैं।

    Hero Image
    एचआरटीसी कर्मचारी 1 अगस्त से 8 घंटे डयूटी देंगे।

    राज्य ब्यूरो, शिमला। HRTC Employees News, मांगों के समर्थन में एचआरटीसी कर्मचारियों ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एचआरटीसी चालक व परिचालक पहली अगस्त से वर्क टू रूल के तहत केवल आठ घंटे ही ड्यूटी करेंगे। आठ घंटे पूरे हो जाने के बाद वह अड्डों पर अपनी बसों को खड़ा कर देंगे। बीते रोज प्रबंधन के साथ बैठक बेनतीजा रहने के बाद यूनियन ने यह निर्णय लिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कर्मचारी केवल वर्क टू रूल के तहत ड्यूटी करेंगे। न चक्का जाम किया जाएगा न ही आंदोलन। ओवर टाइम नहीं किया जाएगा। एचआरटीसी चालक यूनियन के अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने वीरवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम मुख्यालय के बाहर गेट मीटिंग के दौरान यह जानकारी दी।

    प्रबंधन नहीं कर रहा मांगों पर गौर

    उन्होंने कहा कि निगम के चालकों व परिचालकों ने कई बार मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, निगम के प्रबंध निदेशक को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपे हैं। प्रबंधन उनकी मांगों पर गौर ही नहीं करता। 11 जुलाई को निगम प्रबंधन को नोटिस देकर 31 जुलाई तक मांगें पूरी करने को कहा गया था। लेकिन प्रबंधन हर बार की तरह केवल उन्हें आश्वासन ही दे रहा है।

    यह भी पढ़ें- Himachal Bus Accident: मंडी बस हादसे में 8 लोगों की मौत, 20 यात्री घायल, दुर्घटना की वजह आई सामने

    100 करोड़ हो गया नाइट ओवर टाइम

    यूनियन ने कहा कि चालकों व परिचालकों को पिछले पांच साल का नाइट ओवर टाइम नहीं मिला है। संशोधित वेतनमान के एरियर की 50 हजार की किस्त अन्य विभागों के कर्मचारियों को मिल गई है। केवल एचआरटीसी को ही नहीं दी गई है। नाइट ओवर टाइम का 100 करोड़ रुपये की देनदारी हो गई है। वेतन भी माह की 10 तारीख के बाद आ रहा है। मेडिकल भत्ते भी चालक परिचालकों को नहीं दिए जा रहे हैं। पेंशनरों को अभी तक मासिक पेंशन नहीं मिली है। ऐसे में सरकार चालक परिचालकों के वित्तीय लाभ जारी नहीं करती है तो यह चालक परिचालक सिर्फ 8 घंटे की ही ड्यूटी देंगे। इससे प्रदेश में यदि यात्री प्रभावित होते हैं तो इसके लिए सरकार व निगम जिम्मेवार होगा।

    यह भी पढ़ें- Job Trainee Policy: हिमाचल में जाॅब ट्रेनी कर्मचारियों को दो साल बाद नियमित होने के लिए टेस्ट में लेने होंगे 35 प्रतिशत अंक

    ये हैं मांगे

    • रात्रि भत्ते की लंबित अदायगी करना।
    • लंबित चिकित्सा बिलों की अदायगी की जाए।
    • संशोधित वेतनमान का 50 हजार एरियर दिया जाए।
    • डीए की लंबित किस्तों को जारी किया जाए।
    • वेतन व पेंशन पहली तारीख को जारी की जाए।