Himachal Congress: प्रतिभा सिंह के बाद कौन होगा अध्यक्ष, अब तक 7 चेहरों पर चर्चा, क्या है राहुल गांधी का सुझाव
Himachal Pradesh Congress हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में प्रतिभा सिंह के बाद अध्यक्ष पद के लिए सुगबुगाहट जारी है। राहुल गांधी ने सुझाव दिया है कि अध्यक्ष पद पर ऐसे नेता को नियुक्त किया जाए जिसमें नेतृत्व क्षमता और सांगठनिक अनुभव हो। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी समेत सात नामों पर चर्चा हुई है।

अनिल ठाकुर, शिमला। Himachal Pradesh Congress, प्रतिभा सिंह के बाद हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष कौन होगा, इसको लेकर लगातार सुगबुगाहट चली हुई है। नौ महीने से बिना कार्यकारिणी चल रहे कांग्रेस संगठन के जल्द गठन को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन अध्यक्ष पद को लेकर एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है। दिल्ली बैठक के बाद भी बात बनती नहीं दिख रही है।
इस बार क्षेत्रीय, जातीय समीकरणों के बजाय केवल कद और योग्यता के आधार पर बन सकता है। दिल्ली में बीते सोमवार को हुए मंथन में यही तय हुआ है और यह सुझाव राहुल गांधी का है। उन्होंने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष ऐसे नेता को बनाया जाना चाहिए जिसमें नेतृत्व की क्षमता हो, संगठन में काम करने का अनुभव हो और लोगों को पार्टी की विचारधारा से जोड़ने की योग्यता रखता हो।
इन सात चेहरों पर हुई चर्चा
प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, विधायक आशीष बुटेल, विनय कुमार, कुलदीप राठौर, विनोद सुल्तानपुरी व सुरेश कुमार के नाम पर चर्चा हुई है।
शिमला संसदीय क्षेत्र का प्रभाव
मौजूदा समय में प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह हैं जो शिमला जिले से संबंध रखती हैं। हालांकि उनका संसदीय क्षेत्र मंडी है। इसके अलावा शिमला जिले से तीन मंत्री सरकार में हैं। यदि शिमला संसदीय क्षेत्र की बात करें तो पांच मंत्री यहां से हैं। प्रतिभा सिंह से पहले कुलदीप राठौर प्रदेश अध्यक्ष थे वह भी शिमला जिले से ही संबंध रखते हैं।
कांग्रेस की बैठक में भाजपा के पैमाने पर भी चर्चा
मेरिट की बात चली तो कांग्रेस की बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के चयन की चर्चा भी हुई। भाजपा ने हाल में डा. राजीव बिंदल को ही पुन: प्रदेशाध्यक्ष बनाया है। प्रदेश संगठन और सरकार दोनों के नजदीकी अब यह मान कर चल रहे हैं कि इस बार प्रदेशाध्यक्ष परंपरागत मानकों से नहीं चुना जाएगा।
रजनी पाटिल ने सौंप दी है रिपोर्ट
बैठक में प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि लंबे समय से कार्यकारिणी गठित न होने से पार्टी को नुकसान हो रहा है। शीर्ष नेतृत्व ने भी प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल से पीसीसी गठन में देरी के कारण पूछे हैं। रजनी पाटिल हाल में शीर्ष नेतृत्व को रिपोर्ट दे चुकी हैं। जाहिर है, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से विचार-विमर्श व उनकी राय भी महत्वपूर्ण मानी जाएगी।
अनुभवी व कद्दावर नेता को कमान सौंपी जाएगी
सवा घंटे तक चली बैठक में हाईकमान ने यह स्पष्ट कहा कि कांग्रेस सत्ता में सामूहिक प्रयासों से आई है। सभी ने कार्य किया है, ऐसे में सभी मिलजुल कर कार्य करें और सभी को साथ लेकर चलें। मंत्रियों ने दोहराया कि अनुभवी, वरिष्ठ व कद्दावर नेता को ही प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी जाए।
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