हिमाचल कांग्रेस नेताओं की खरगे व राहुल के साथ आज अहम बैठक, 9 माह से भंग कार्यकारिणी पर बनेगी बात, चार मंत्री भी दिल्ली में
Himachal Pradesh Congress Meeting हिमाचल कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के साथ दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री प्रतिभा सिंह और चार मंत्री बैठक में शामिल होंगे। मंत्रिमंडल विस्तार विभागों में फेरबदल और प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के गठन पर चर्चा होने की संभावना है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Pradesh Congress Meeting, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ हिमाचल के नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक आज शाम को होगी। इसमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी उपस्थित रहेंगे। दिल्ली में होने वाली इस बैठक में कई अहम निर्णय हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, पार्टी की हिमाचल प्रभारी रजनी पाटिल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भाग लेंगी।
कार्यकारिणी गठन व मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा
इसमें मंत्रिमंडल विस्तार के तहत एक रिक्त पद को भरने व विभागों में फेरबदल की संभावना है। इसके अतिरिक्त प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी गठन को लेकर भी चर्चा होगी।
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चार मंत्रियों को बैठक का नहीं न्योता
कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह, विक्रमादित्य सिंह, राजेश धर्माणी व यादवेंद्र गोमा को बैठक में शामिल होने का निमंत्रण नहीं है। अनिरुद्ध सिंह सोमवार को विधानसभा पुस्तकालय में हिमाचल निर्माता डा. वाइएस परमार की जयंती पर होने वाले कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। डा. परमार के परिवार से कुश परमार बीमार होने के कारण अन्य सदस्य उपस्थित होंगे।
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नौ माह से भंग चल रही है प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी
पिछले नौ माह से प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी भंग है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के अलावा संगठन में जिला से लेकर ब्लाक स्तर तक कोई पदाधिकारी नहीं हैं। ऐसे में संगठन का जमीनी स्तर पर काम पूरी तरह से रुक गया है। सरकार और संगठन की नीतियों और योजनाओं को धरातल पर ले जाने वाले पदाधिकारी न होने से सरकार और संगठन को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। यहां तक कि विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए कांग्रेस के पास पार्टी अध्यक्ष के अलावा कोई नहीं है। सरकार के मंत्री ही सरकार और संगठन का बचाव कर रहे हैं।
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