Shimla News: शिमला में छह महीने में 30 लोगों ने ली खुद की जान, आत्महत्या करने वालों में युवा सबसे ज्यादा
Shimla Suicide Case शिमला में आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं जहाँ पिछले छह महीनों में 30 लोगों ने जान दी है। पुरुषों की संख्या महिलाओं से अधिक है। फांसी और ज़हर खाने के मामले प्रमुख हैं। युवाओं में आत्महत्या की प्रवृत्ति अधिक है जिसका मुख्य कारण तनाव बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है जीवन में संघर्ष करना चाहिए।

जागरण संवाददाता, शिमल। Shimla Suicide Case, राजधानी शिमला में आत्महत्या के मामलों में हर वर्ष बढ़ोतरी हो रही है। शिमला जिला में पिछले छह महीनों में अभी तक 30 लोगों के आत्महत्या करने के मामले सामने आ चुके है। इनमें पुरुषों की संख्या महिलाओं से ज्यादा है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक फंदा लगाकर आत्महत्या करने के 21 मामले सामने आए हैं, इसमें 18 पुरूष और 3 महिलाएं शामिल हैं। वहीं 7 लोगों ने जहर खाकर आत्महत्या की है। इनमें से सभी पुरूष है। वहीं एक व्यक्ति ने नदी में कूदकर अपनी जान दी है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार शिमला जिला में आत्महत्या करने वालों की संख्या में इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में अभी तक कम है। वर्ष 2024 में शिमला जिला में कुल 83 लोगों ने आत्महत्या की थी। इनमें से 63 महिलाएं एवं 20 पुरूष शामिल हैं। कुल 83 लोगों में से 51 लोगों ने फंदा लगाकर अपनी जान ली। इनमें 37 पुरुष एवं 14 महिलाएं शामिल हैं। वहीं 31 लोगों ने जहर खाकर अपनी जान दी। इनमें 25 पुरूष एवं 6 महिलाएं शामिल है। इसके अलावा एक महिला ने नदी में कूदकर अपनी जान दे दी।
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आत्महत्या करने वालों में युवाओं की संख्या ज्यादा
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आत्महत्या करने के मामलों में युवाओं की संख्या ज्यादा है। आत्महत्या के ज्यादातर मामलों में ज्यादात्तर मामले 20 से 45 वर्ष के बीच की उम्र के है। शिमला पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ज्यादात्तर मामलों में लोग तनाव में आकर खुद की जान लेने का कदम उठा लेते है।
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बारहवीं में फेल होने पर छात्रा ने दे दी थी जान
इस वर्ष शिमला के न्यू थाना मामले के तहत एक छात्रा के दूसरी बार जमा 2 की कक्षा में फेल होने के कारण आत्महत्या करने का मामला सामने आया था। इसी तरह कई अन्य परेशानियों के कारण लोग तनाव में आ जाते है और आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते है।
नोट: आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है, जिंदगी में संघर्ष के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
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