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    Cloudburst in Kinnaur: किन्नौर की ऋषि डोगरी घाटी में बाढ़ से सतलुज पर बना पुल बहा, नदी पर बनी झील ने बढ़ाई परेशानी

    Updated: Thu, 14 Aug 2025 05:29 PM (IST)

    Cloudburst in Himachal Pradesh किन्नौर में बादल फटने से सतलुज नदी पर बना पुल बह गया जिससे ऋषि डोगरी क्षेत्र का संपर्क टूट गया। बाढ़ के कारण नदी में झील बन गई थी पर धीरे-धीरे पानी कम होने से खतरा टल गया। एक व्यक्ति घायल हुआ और पेयजल परियोजना को नुकसान पहुंचा। सतलुज का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है।

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    किन्नौर के ऋषि डोगरी घाटी में बाढ़ से सतलुज पर बनी झील व मौके पर राहत कार्य में जुटी सेना।

    संवाद सहयोगी, रिकांगपिओ। Cloudburst in Himachal Pradesh, हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में बुधवार रात भारी बारिश और बादल फटने से अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। यह घटना ऋषि डोगरी घाटी के ऊपरी हिस्से में हुई, इस कारण सतलुज नदी पर बना एक पुल बह गया। इससे ऋषि डोगरी निर्माणाधीन सड़क क्षेत्र का संपर्क टूट गया।

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    बाढ़ के कारण नदी का बहाव रुक गया व एक झील बन गई। करीब तीन घंटे बाद धीरे-धीरे पानी रिस गया व एक बड़ा खतरा टल गया। सेना और आइटीबीपी के जवानों ने भी मौके पर मोर्चा संभाल लिया था। 

    इस प्राकृतिक आपदा से एक व्यक्ति घायल हुआ, जिसे तत्काल चिकित्सा सहायता के लिए ले जाया गया। होजो लुंगपा नाले में आई बाढ़ के कारण सीपीडब्ल्यूडी का गंगथांग-ब्रालाम सड़क निर्माण कार्य भी रुक गया है।

    बाढ़ से पूह गांव में स्थित उठाऊ पेयजल परियोजना को भी नुकसान पहुंचा है, इससे स्थानीय लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, एक निजी कंपनी का परिसर भी पानी में डूब गया, जिससे वहां भी काफी नुकसान हुआ है।

    सतलुज का बढ़ा जलस्तर 

    निचले इलाकों में अलर्ट जारी बाढ़ के कारण सतलुज नदी का जलस्तर और मलबा बढ़ने पर करछम-वांगतू-नाथपा बांध के द्वार खोल दिए गए हैं। इससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए खतरा बढ़ गया है। बारिश के चलते पागल नाला, नाथपा और निगुलसरी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर अवरुद्ध हो गया था, इससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालांकि, गुरुवार सुबह मौसम साफ होने के बाद 11 बजे तक अवरुद्ध मार्गों को बहाल कर दिया गया, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली।

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    प्रशासन ने जारी की चेतावनी

    जिला प्रशासन ने लोगों से नदी और नालों से दूर रहने की अपील की है। साथ ही अनावश्यक यात्रा से बचने की भी सलाह दी गई है। प्रशासन ने स्थिति पर कड़ी नजर रखी हुई है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। आज मौसम साफ होने से लोगों ने राहत की सांस ली है।

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