बेरोजगारी भत्ते पर बाली बोले, एक बार घोषणा पत्र तो पढ़ लें मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा बेरोजगारों को कोई बेरोजगारी भत्ता न देने के मामले में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व जीएस बाली फिर आमने सामने हैं। ...और पढ़ें

नूरपुर [जेएनएन] : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारों को कोई बेरोजगारी भत्ता न देने के मामले में परिवहन मंत्री जीएस बाली के तेवर कड़े हो गए हैं। धर्मशाला में हुई राहुल गांधी की रैली में उपजे विवाद के बाद अब बेरोजगारी भत्ते के मामले में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व बाली आमने सामने हैं। नूरपुर में आज बस अड्डे के शिलान्यास के बाद मुख्यमंत्री द्वारा बेरोजगार भत्ते को देने पर किए गए इंकार पर परिवहन मंत्री जीएस बाली ने कहा है पार्टी ने काफी सोच विचार करके बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा चुनाव घोषणा पत्र में शामिल किया था।
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उन्होंने कहा कि चुनाव घोषणा पत्र मैंने नहीं पार्टी ने जारी किया था। चुनाव घोषणापत्र की बदौलत ही पार्टी सता में आई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बेरोजगारी भत्ता देने के लिए संसाधन जुटाने के लिए मेरी, विद्या स्टोक्स व मुकेश अगनिहोत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था तथा वह कमेटी अपनी रिपोर्ट सीएम को सौंप चुकी है। बाली ने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ एक बार चुनाव घोषणापत्र व उस रिपोर्ट को ध्यान से पढ़ ले ।
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उन्होंने कहा कि यदि सरकार बिजली व राशन सहित अन्य योजनाओं पर करोड़ों रुपये सबसिडी दे सकती है तो बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता भी दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस परिवार की वार्षिक सालाना आय दो लाख रुपये से कम होगी केवल उन्हें ही बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया गया था।
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मरते दम तक रहेंगे सीएम से बेहतर व्यक्तिगत रिश्ते
जीएस बाली ने कहा कि उनके मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ बेहतर व्यक्तिगत रिश्ते हैं जो कि मरते दम तक रहेंगे । लेकिन साथ ही बाली ने यह भी कहा कि सीएम के साथ राजनीतिक रिश्तों के बारे में वह कोई बात नहीं करना चाहते ।
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