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    यूनेस्को बायोस्फीयर में शामिल हुआ हिमाचल का कोल्ड डेजर्ट, वैश्विक संरक्षण का दर्जा मिलने से क्या होगा लाभ?

    Updated: Sun, 28 Sep 2025 12:08 PM (IST)

    Himachal Pradesh Cold Desert हिमाचल प्रदेश के कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व को यूनेस्को के मैन एंड बायोस्फीयर नेटवर्क में शामिल किया गया है। यह निर्णय चीन के हांगझोउ में आयोजित 37वीं अंतरराष्ट्रीय समन्वय परिषद में लिया गया। यह रिजर्व स्पीति वन्यजीव डिवीजन और लाहुल वन मंडल के कुछ क्षेत्रों को कवर करता है जिसका क्षेत्रफल 7770 वर्ग किलोमीटर है।

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    हिमाचल प्रदेश का शीत मरुस्थल लाहुल स्पीति।

    राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Cold Desert, हिमाचल प्रदेश के कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व (सीडीबीआर) को यूनेस्को के मैन एंड द बायोस्फीयर (एमएबी) नेटवर्क में शामिल किया गया है। यह मान्यता 27 सितंबर को चीन के हांगझोउ में आयोजित 37वीं अंतरराष्ट्रीय समन्वय परिषद (एमएबी-आइसीसी) की बैठक में दी गई।

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    कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व हिमाचल के उत्तरी भाग में स्थित है। यह स्पीति वन्यजीव डिवीजन के 7,591 और लाहुल वन मंडल के बारालाचा दर्रा, भरतपुर व सरचू के 179 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर करता है। इसका क्षेत्रफल 7,770 वर्ग किलोमीटर है। यह रिजर्व 3,300 से 6,600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

    तीन भागों में बांटा गया क्षेत्र 

    क्षेत्र को तीन भागों में बांटा गया है। कोर जोन 2665, बफर जोन 3977 और ट्रांजिशन जोन 1128 वर्ग किलोमीटर है। यह विभाजन संरक्षण, सतत उपयोग और स्थानीय लोगों की भागीदारी के बीच संतुलन सुनिश्चित करता है। यह रिजर्व पिन वैली नेशनल पार्क, किब्बर वन्यजीव अभयारण्य, चंद्रताल वेटलैंड और सरचू मैदान को समेटे हुए है।

    पाई जाती हैं 655 जड़ी-बूटियां 

    कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व में 655 जड़ी-बूटियां, 41 झाड़ियां और 17 वृक्ष प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें 14 स्थानिक और 47 औषधीय पौधे शामिल हैं, जो सोवा रिग्पा/अमची चिकित्सा पद्धति के लिए महत्वपूर्ण हैं। यहां 17 स्तनधारी और 119 पक्षियों की प्रजातियां मिलती हैं। हिम तेंदुआ (स्नो लेपर्ड) इस क्षेत्र की प्रमुख प्रजाति है। इसके अलावा तिब्बती भेड़िया, लाल लोमड़ी, आइबेक्स, ब्लू शीप जैसी प्रजातियां भी पाई जाती हैं। अकेले स्पीति घाटी में 800 से अधिक ब्लू शीप बड़े मांसाहारी जीवों के लिए मजबूत शिकार आधार प्रदान करती हैं। 

    कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व को यूनेस्को के एमएबी नेटवर्क में शामिल करने से हिमाचल के ठंडे रेगिस्तानों को वैश्विक संरक्षण मानचित्र पर स्थान मिला है। यह उपलब्धि अंतरराष्ट्रीय शोध सहयोग और जिम्मेदार ईको टूरिज्म को बढ़ावा देगी।

    -अमिताभ गौतम, प्रधान मुख्य वन्यजीव संरक्षक हिमाचल प्रदेश।

    यूनेस्को ने की 26 नए बायोस्फेयर रिजर्व की घोषणा

    यूनेस्को ने इस साल 21 देशों के 26 नए बायोस्फेयर रिजर्व की घोषणा की है। अब विश्व बायोस्फेयर रिजर्व नेटवर्क में 142 देशों के 785 स्थान शामिल हो गए हैं। केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स पर बताया कि पेरिस में आयोजित यूनेस्को की अंतरराष्ट्रीय मानव एवं बायोस्फेयर समन्वय परिषद (एमएबी) के 37वें सत्र में भारत के कोल्ड डेजर्ट बायोस्फेयर को शामिल करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि यूनेस्को की इस सूची में देश के कुल 13 बायोस्फेयर शामिल हो चुके हैं। 

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