शिमला, जागरण संवाददाता। Himachal Election 2022, हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के साथ पार्टी दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। भाजपा व कांग्रेस के स्थानीय व केंद्रीय नेतृत्व ने प्रचार में खूब पसीना बहाया है। हर जगह जीत का दावा भी किया है। प्रदेश से इस बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर सहित हिमाचल भाजपा के दो पूर्व व वर्तमान मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा दांव पर होगी। भाजपा के प्रत्याशियों के लिए प्रचार में इन्होंने खूब पसीना बहाया है। जेपी नड्डा ने 20 रैलियां की हैं। अनुराग ठाकुर ने भी 20 रैलियां प्रत्याशियों के पक्ष में की हैं।
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प्रतिभा ने की हैं 35 जनसभाएं
कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ल के साथ वीरभद्र सिंह परिवार की प्रतिष्ठा भी इस चुनाव से जुड़ी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सबसे ज्यादा 35 जनसभाएं की हैं। उनके बेटे और विधायक विक्रमादित्य सिंह ने 30 चुनावी सभाएं कीं।
चुनाव परिणाम निर्धारित करेगा प्रियंका का प्रभाव
प्रियंका ने हिमाचल में पहली बार चुनाव प्रचार का दायित्व संभाला। चुनाव परिणाम पार्टी में उनके प्रभाव को निर्धारित करेगा। प्रियंका के पहली बार प्रचार से हिमाचल कांग्रेस को कितनी ऊर्जा मिली है, इसका पता आठ दिसंबर को ही चलेगा।
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कांग्रेस के लिए साबित होगी बूस्टर डोज
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस को अगर हिमाचल में जीत मिलती है तो इसे बूस्टर डोज मानते हुए पूरे देश में इस्तेमाल कर सकती है। हालांकि, भाजपा ने रिवाज बदलने का दावा किया है। इसके लिए पूरी ताकत भी झोंकी है।
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