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IN PICS Kangra Landslide: रुलेहड़ गांव में मलबे में अपनों की तलाश, तस्‍वीरों में देखिए तबाही का मंजर

IN PICS Kangra Landslide शाहपुर हलके के तहत बोह घाटी की रुलेहड़ पंचायत में भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। मलबे के ढेर में रिश्‍तेदार व परिवार के सदस्‍य अपनों को तलाश रहे हैं। एनडीआरएफ की टीम देर रात के बाद अल सुबह ही रेस्‍क्‍यू अभियान चलाए हुए है।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Tue, 13 Jul 2021 01:21 PM (IST)Updated: Tue, 13 Jul 2021 02:06 PM (IST)
IN PICS Kangra Landslide: रुलेहड़ गांव में मलबे में अपनों की तलाश, तस्‍वीरों में देखिए तबाही का मंजर
जिला कांगड़ा में शाहपुर हलके के तहत बोह घाटी की रुलेहड़ पंचायत में भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है।

शाहपुर, जेएनएन। Boh Landslide Incident, जिला कांगड़ा में शाहपुर हलके के तहत बोह घाटी की रुलेहड़ पंचायत में भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। मलबे के ढेर में रिश्‍तेदार व परिवार के सदस्‍य अपनों को तलाश रहे हैं। एनडीआरएफ की टीम देर रात के बाद अल सुबह ही रेस्‍क्‍यू अभियान चलाए हुए है। भारी ब‍ारिश के बाद संपर्क मार्ग भी बाधित हो गए थे। इस कारण रेस्‍क्‍यू टीमें समय पर मौके पर नहीं पहुंच पाईं। भूस्‍खलन की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। महिला की पहचान मस्तो देवी पत्नी भीमो राम के रूप में हुई है। अब तक पांच लोगों को रेस्‍क्‍यू कर लिया गया है व नौ अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।

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भूस्खलन से पांच मकान, पंचायत भवन व पशु औषधालय का भवन जमींदोज हो गया। सुभाष महाजन, भीमसेन और नत्थू राम के मकान ध्वस्त हुए हैैं। सात अन्य मकानों को भी क्षति पहुंची है। लापता लोगों की तलाश बचाव दल कर रहे हैं। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल) की टीम को बोह वैली में जुटी हुई है।

धर्मशाला क्षेत्र में 23 साल बाद इतनी बारिश

कांगड़ा जिले में रविवार रात व सोमवार को 24 घंटे के दौरान 330 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग ने बादल फटने से साफ इन्कार किया है। इससे पहले मानसून के दौरान धर्मशाला में 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक 1998 में 381.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी।

मुख्यमंत्री ने मांगी नुकसान की रिपोर्ट

प्रदेश सरकार ने कांगड़ा जिला सहित विभिन्न क्षेत्रों में हुए भूस्खलन से नुकसान की रिपोर्ट मांगी है। भागसूनाग में गाडिय़ों के बहने के बाद पर्यटकों व आम लोगों को नदी-नालों के आसपास न जाने को कहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किसी भी आपदा से निपटने के लिए उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। ये निर्देश सोमवार को प्रदेशभर में बारिश व भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक में दिए। मुख्यमंत्री ने नुकसान पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने प्रदेश के सभी जिला प्रशासन को प्रभावित क्षेत्रों में अविलंब राहत और बचाव कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल का कहना है विभाग ने करीब एक सप्ताह पूर्व ही चेतावनी जारी कर दी थी और आरेंज अलर्ट जारी किया था। अभी दो दिन बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।

प्रधान सचिव राजस्‍व केके पंत ने कहा प्रदेश में भारी बारिश के कारण बहुत अधिक नुकसान हुआ है। कांगड़ा में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। सभी जिलों से नुकसान की रिपोर्ट मांगी गई है।

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