फर्जी कंपनियां बनाकर मुद्रा व्यापार में बड़े रिटर्न का देते थे झांसा, होटल में सेमिनार कर निवेशकों को लुभाया
सोनीपत में विदेशी मुद्रा व्यापार के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। कुंडली के ओम प्रकाश अरोड़ा ने 56.77 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि निवेशकों को मुनाफे का लालच देकर सिचरटेक प्रा. लि. सहित कई कंपनियों ने धोखा दिया। पीड़ितों को कोई लाभ नहीं दिया गया और अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, सोनीपत। कुंडली के ओम प्रकाश अरोड़ा ने विदेशी मुद्रा व्यापार के नाम पर बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी है। पीड़ित ने पहले गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दी थी। अब उनकी शिकायत थाना मुरथल में ट्रांसफर कर दी गई है। शिकायत में पीड़ित ने विदेशी मुद्रा में मुनाफ का झांसा देकर 13 लोगों से 56.77 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है। आरोपितों की पहचान कर कार्रवाई करने की मांग की गई है।
कंपनी के नाम पर बने व्हाट्सएप्प ग्रुप होती थी बात
पंजाब नेशनल बैंक से सेवानिवृत्त मैक्स हाइट्स सोसायटी में रहने वाले शिकायतकर्ता ओमप्रकाश अरोड़ा ने बताया कि वर्ष 2023 में ठगी एक कंपनी के नाम पर बने व्हाट्सएप्प ग्रुप के जरिए की गई। सोशल मीडिया ग्रुप में दविंदर वर्मा, राकेश यादव, परवीन यादव सहित कई अन्य व्यक्ति विदेशी मुद्रा व्यापार में बड़े रिटर्न का झांसा देकर निवेश करवाते थे।
आरोपितों ने निवेशकों को शेयर ट्रेडिंग के नाम पर गुमराह किया जबकि यह असल में यह विदेशी मुद्रा निवेश के नाम पर धोखाधड़ी थी। उन्होंने मुरथल के होटल में सेमिनार कर अन्य निवेशकों काे भी निवेश के बाद मुनाफे का लालच दिया था।
सिचरटेक प्राइवेट लिमिटेड, चूज योर ऑप्शंस प्राइवेट लिमिटेड, गैज ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों में निवेश करने को कहा। उसने खुद और अपने जानकार 12 लोगों ने 56.77 लाख रुपये का निवेश किया।
निवेश के बाद उन्हें कोई लाभ नहीं दिया गया। साथ ही, आरोपितों ने अपने कार्यालय बंद कर दिए, वेबसाइट को निष्क्रिय कर दिया है और खातों से पूरा पैसा अन्य खानों ट्रांसफर कर दिया गया।
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कहीं पर भी नहीं हुई सुनवाई
राकेश यादव की ओर से कुछ व्यक्तियों को भुगतान किए जाने की बात कही गई थी, जबकि जांच में पाया गया कि केवल एक व्यक्ति डिम्पी को ही आंशिक भुगतान मिला था।
अन्य किसी को मुनाफे की कोई राशि प्राप्त नहीं हुई। ओमप्रकाश अरोड़ा ने आरोप लगाए कि वाट्सएप चैट, मोबाइल टाटा, बैंक स्टेटमेंट, लैपटाप रिकार्ड समेत डिजिटल और वित्तीय साक्ष्य होने के बावजूद उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई।
उनके जानकारों ने उनके कहने पर ही निवेश किया था, इसलिए उन्होंने अपने रुपये वापस मांगने शुरू कर दिए। बाद में वे अपने जानकारों को पूरे राशि लौटा चुके हैं।
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शिकायत को मुरथल पुलिस को भेजा
पहले उन्होंने गुरुग्राम पुलिस को शिकायत दी थी लेकिन वहां पर सुनवाई नहीं हुई। अब पुलिस ने उनकी शिकायत को मुरथल थाना पुलिस के पास भेजा है। ओमप्रकाश आरोड़ा ने कहा कि सभी संबंधित कंपनियों और उनके प्रमोटरों, निदेशकों के मोबाइल, लैपटाॅप व बैंक खातों की गहन जांच व फाॅरेंसिक विश्लेषण कराया जाए। सिचरटेक प्राइवेट लिमिटेड, चूज योर आप्शंस प्राइवेट लिमिटेड, गैज ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियों के जरिए की गई लेन-देन की आडिटिंग हो। आरोपित के फर्जीवाड़े की तह तक जाकर जांच की जाए।
ठगी के शिकार हुए पीड़ितों की सूची
पीड़ित
संदीप
सरोज अरोड़ा
अंजलि
डिंपी
मनीष
विमला
प्रताप सिंह
फूल कुमार
कपिल गांधी
आशा नारंग
तनिषा नारंग
सोनिया
ओपी. अरोड़ा
"पीड़ितों की तरफ से शिकायत मिली है। जांच अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। आरोपितों को बुलाकर पूछताछ की जाएगी और आगामी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।"
- इंस्पेक्टर राजीव कुंडू, थाना प्रभारी, मुरथल थाना
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