सोनीपत के गांव खेड़ी दमकन में CRPF जवान की छाती में गोली मारकर हत्या, कावड़ लाते समय हो गया था झगड़ा
हरियाणा के खेड़ी दमकन गांव में सीआरपीएफ जवान कृष्ण की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कांवड़ यात्रा के दौरान गांव के ही युवकों से हुई कहासुनी के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया। घटना के वक्त कृष्ण अस्पताल में भर्ती अपनी पत्नी और नवजात बेटे से मिलकर लौटे थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, गोहाना। गांव खेड़ी दमकन में छुट्टी पर आए सीआरपीएफ के जवान कृष्ण की छाती में गोली मारकर हत्या कर दी गई। रविवार रात लगभग एक बजे गांव ही के दो युवकों ने वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए। कृष्ण की हरिद्वार से कांवड़ लाते समय रास्ते में युवकों के साथ कहासुनी हुई थी। वे चार दिन पहले दूसरे बच्चे के पिता बने और पत्नी व बेटा अस्पताल में दाखिल हैं। सोमवार को पुलिस ने चिकित्सकों के बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया।
पत्नी की चार दिन पहले डिलीवरी
गांव खेड़ी दमकन के कृष्ण सीआरपीएफ में नौकरी करते थे और छत्तीसगढ़ में ड्यूटी थी। वे करीब 30 दिन की छुट्टी लेकर घर आए थे। पिता बलवान ने पुलिस को बताया कि कृष्ण एक सप्ताह पहले गांव के साथियों के साथ हरिद्वार से कांवड़ लेने गया था। कावड़ लाते समय रास्ते में उसके बेटे की गांव के निशांत व अजय के साथ कहासुनी हो गई थी, जिससे वे रंजिश रखे हुए थे। कृष्ण की पत्नी की चार दिन पहले डिलीवरी हुई।
रात लगभग एक बजे मार दी गोली
पत्नी व बेटा दोनों अस्पताल में दाखिल हैं। कृष्ण रविवार रात को उसने अस्पताल में मिलकर घर आए। इसके बाद वे दोस्तों के साथ टहलने के लिए गांव में जौली मार्ग की तरफ चले गए। रात लगभग एक बजे निशांत व अजय ने रंजिश में कृष्ण की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने निरीक्षण करके शव को नागरिक अस्पताल भिजवाया। सोमवार को शव को भगत फूल सिंह राजकीय महिला मेडिकल काॅलेज के लिए रेफर किया।
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चार दिन बाद उठी पिता की अर्थी
कृष्ण लगभग 11 साल पहले नौकरी लगा था। सात साल पहले उसकी प्रियंका से शादी हुई। लगभग छह साल पहले बेटा कार्तिक हुआ। 25 जुलाई को प्रियंका ने दूसरे बेटे को जन्म दिया, जिसका नामकरण नहीं किया गया है। प्रियंका व नवजात बेटा भगत फूल सिंह राजकीय महिला मेडिकल कालेज के अस्पताल में दाखिल हैं। कृष्ण पत्नी व बेटे से अस्पताल में मिलकर रविवार रात लगभग साढ़े नौ बजे घर लौटा था। देर रात को उसकी हत्या की गई।
परिवार की हालत थोड़ी ठीक हुई
सोमवार को उसी अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम हुआ, जहां पर पत्नी व बेटा दाखिल हैं। बेटे के जन्म के चार दिन बाद पिता की अर्थी उठी। इससे परिवार में खुशियों के बीच मातम पसर गया। पिता बलवान के पास ज्यादा कृषि भूमि नहीं है। उन्होंने खेती के साथ मेहनत-मजदूरी करके बेटे कृष्ण को पढ़ाया था। कृष्ण की नौकरी लगने के बाद परिवार की हालत थोड़ी ठीक हुई थी लेकिन अब तक वे मकान नहीं बना पाए थे। परिवार पुराने मकान में ही रह रहा है। बलवान का दूसरा बेटा जसबीर खेती करता है।
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छोटी-छोटी कहासुनी में ले रहे जान
क्षेत्र के युवाओं में सहनशक्ति कम होती जा रही है। छोटी-छोटी कहासुनी में रंजिश पाल लेते हैं और जान लेने से पीछे नहीं हटते। गांव खेड़ी दमकन में कृष्ण की हत्या भी मामूली कहासुनी में की गई। कृष्ण और हमलावरों के बीच पहले रंजिश नहीं थी। कांवड़ लाते समय कृष्ण व उसके साथी दूसरे ग्रुप से आगे निकले तो टिप्पणी करने पर कहासुनी हो गई थी।
मामूली कहासुनी की रंजिश में उसकी जान ले गई। रविवार को गांव मिर्जापुर खेड़ी में कहासुनी की रंजिश में ही राजबीर पर हमला किया गया। हमलावर अपने साथ फरसे व राड लेकर आए थे। खेतों से किसान आने से राजबीर की जान तो बच गई लेकिन हमलावरों के पास जिस तरह के हथियार मिले, उससे लगता है कि उनके मंसूबे ठीक नहीं थे।
पिता की शिकायत पर केस दर्ज
कृष्ण के पिता की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की गई हैं। इनमें दो सीआईए, एक एसीपी और एक थाना प्रभारी की टीम है।
-ऋषिकांत, एसीपी
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