रेवाड़ी में WFH के नाम पर 2.20 लाख रुपये की साइबर ठगी, राजस्थान के दो शातिरों ने मीठी बातों में उलझाया
रेवाड़ी पुलिस ने वर्क फ्रॉम होम के नाम पर 2.20 लाख रुपये की साइबर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एक व्यक्ति को व्हाट्सएप्प पर संदेश भेजकर और टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर ठगी की। शुरू में कम रकम जमा कराकर विश्वास जीता फिर किश्तों में बड़ी रकम ऐंठ ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। साइबर थाना रेवाड़ी पुलिस ने वर्क फ्राॅम होम के नाम पर 2.20 लाख रुपये की साइबर ठगी करने के मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान राजस्थान के जिला जोधपुर के गांव बारनी खुर्द के रहने वाले रामकिशोर व जिला जोधपुर के गांव कुकरदा के रहने वाले सुरेंद्र ग्वाला के रूप में हुई है।
व्हाट्सएप्प पर आया था मैसेज
पुलिस के अनुसार, गत 15 जनवरी को गांव जलियावास के रहने वाले मनीष यादव ने अपनी शिकायत में बताया था कि उसके पास छह जनवरी को व्हाट्सएप्प पर मैसेज आया था, जिसमें उसे वर्क फ्राॅम होम करने की बात कही गई थी।
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वर्क फ्राम होम करने के लिए उसे एक टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा गया था। शुरू में उससे एक हजार रुपये एक खाते में जमा कराए, जिसके बदले उसे 1400 रुपये वापस दिए गए।
बहाने से मंगाता रहा रकम
इसके बाद उससे पांच हजार, 15 हजार और 50 हजार रुपये जमा कराए गए। इसके बदले उसे कोई पैसा नहीं दिया गया। उसे बताया गया कि उसने स्टेप फाॅलो नहीं किए हैं, इसलिए यह रकम वापस पाने के लिए 1.50 लाख रुपये और जमा कराने होंगे। यह सुनकर उसने यह राशि भी भेज दी। इस प्रकार उससे विभिन्न ट्रांजेक्शन के जरिये कुल 2.20 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए।
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इस पर पुलिस ने साइबर थाना रेवाड़ी में ठगी का मामला दर्ज करके जांच शुरू की थी। जो जांच के बाद पुलिस ने बुधवार को मामले में संलिप्त दो आरोपितों राजस्थान के जिला जोधपुर के गांव बारनी खुर्द निवासी रामकिशोर व जिला जोधपुर के गांव कुकरदा निवासी सुरेंद्र ग्वाला को गिरफ्तार कर लिया है।
रामकिशन के बैंक खाते में ठगी की 50 हजार रुपये की रकम ट्रांसफर हुई थी, जबकि सुरेन्द्र ग्वाला ने साइबर ठगों को उसका खाता मुहैया कराने में मध्यस्थ की भूमिका अदा की थी। पुलिस ने दोनों आरोपितों को अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
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