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    Haryana: सरकारी अस्पताल से ज्यादा निजी अस्पतालों पर भरोसा जता रहे लोग, आयुष्मान भारत चिरायु हरियाणा ने घटा दी नेत्र सर्जरी

    By Raj Singh PalEdited By: Deepak Saxena
    Updated: Fri, 15 Dec 2023 07:16 PM (IST)

    जिला नागरिक अस्पताल में आयुष्मान भारत चिरायु हरियाणा के बाद से मरीजों की संख्या में काफी कमी देखने को मिल रही है। नागरिक निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं जो नागरिक अस्पताल के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। नवंबर तक आठ महीने में कुल 91 सर्जरी की गई है। वहीं आंख दाने कराने में पानीपत प्रदेश में शीर्ष पर रहा है।

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    सरकारी अस्पताल से ज्यादा निजी अस्पतालों पर भरोसा जता रहे लोग।

    जागरण संवाददाता, पानीपत। आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा ने जिला नागरिक अस्पताल में मोतियाबिंद की सर्जरी संख्या को कम कर दिया है। नागरिक अस्पताल में जिस वर्ग के मरीज पहुंच रहे हैं, अधिकांश योजना के पात्र हैं। ये पात्र जेब में गोल्डन कार्ड लेकर सर्जरी कराने को निजी अस्पताल में पहुंच रहे हैं। मरीज, सरकारी फैसिलिटी से अधिक निजी केंद्रों पर भरोसा कर रहे हैं। नागरिक अस्पताल के लिए यह चिंता का विषय है।

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    आठ महीने में हुई 91 सर्जरी

    अस्पताल से मिले आंकड़ों के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2023-24 में नवंबर तक (आठ माह) कुल 91 सर्जरी की गई हैं। यानी, प्रतिमाह 11 से कुछ अधिक का औसत है। इस अंतराल में 440 लोगों ने नेत्रदान के लिए शपथ पत्र भी भरा है, 44 लोगों की मरणोपरांत आंखें दान कराई हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 197 सर्जरी की गई थी, यानी 16 से अधिक सर्जरी प्रतिमाह की गई थी। हालांकि, गत वर्ष नेत्रदान में विभाग पिछड़ा था, 12 माह में कुल 16 लोगों की आंखें ही दान कराई जा सकी थी। 146 ने नेत्रदान के लिए शपथ-पत्र भरा गया था।

    मोतियाबिंद के लिए मौजूदा मौसम उपयुक्त

    डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. बिजेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में आंखें दान कराने में पानीपत प्रदेश में शीर्ष पर रहा है। उन्होंने बताया कि मौजूदा मौसम मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के लिए सबसे उपयुक्त है। नागरिक अस्पताल में सर्जरी संख्या कम होने पर उन्होंने बताया कि आयुष्मान में 10 हजर रुपये का पैकेज है। निजी चिकित्सक इतने में खुश होकर सर्जरी कर रहे हैं। मरीजों को लगता है कि निजी में बेहतर सुविधा मिलेगी, जबकि ऐसा नहीं है। नागरिक अस्पताल के सर्जन भी बहुत कुशल हैं, ऑपरेशन थियेटर भी उच्चकोटि का है।

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    ये हैं मोतियाबिंद के लक्षण

    • आंखों की रोशनी कमजोर होना।
    • आंखों के सामने हल्का धुंधलापन।
    • रंग हल्के लगना।
    • रात में ढंग से ना देख पाना।
    • कोई भी रोशनी तेज लगना।
    • बल्ब, लाइट के आसपास एक गोलाकार दिखना।
    • चीजों का डबल दिखना।
    • चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस को बार-बार बदलने की जरूरत।

    सरकारी फैसिलिटी में बेहतर लैंस

    आयुष्मान भारत के जिला सूचना प्रबंधक सोहन सिंह ग्रोवर ने बताया कि आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा के पात्र नागरिक अस्पताल में सर्जरी कराएंगे तो उन्हें निजी अस्पताल से बेहतर लैंस डाला जा सकता है। पात्रों को भर्ती होते समय बताया होगा कि वे योजना के पात्र हैं और उनके पास गोल्डन कार्ड है।

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