Haryana assembly budget session: भाजपा को खली रामबिलास और धनख़ड़ जैसे दिग्गजों की कमी
Haryana assembly budget session में भाजपा को रामबिलास शर्मा ओमप्रकाश धनखड़ और कैप्टन अभिमन्यु जैसे अपने दिग्गज नेताओं की कमी खल रही है। विपक्ष नए मंत्रियों पर भारी दिख रहा है।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। Haryana assembly budget session भाजपा को रामबिलास शर्मा, ओमप्रकाश धनखड़ और कैप्टन अभिमन्यु जैसे अपने दिग्गज नेताओं की कमी खली। विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विपक्षी विधायक खासे हमलावर दिखे। नए मंत्रियों को इसको झेल पाना मुश्किल दिख रहा है। राज्य सरकार की ओर से मंत्रियों की चुप्पी जहां सदन में चर्चा का विषय बनी रही, वहीं गृह मंत्री अनिल विज भी पिछले विधानसभा सत्रों की तरफ इस बार विपक्ष के हमलों का जवाब देते नजर नहीं आए। ऐसे में पिछली सरकार के तेज तर्रार मंत्रियों की कमी भाजपा को इस बार सदन में महसूस हो रही है।
विपक्ष को नहीं झेल पाए नए मंत्री, अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मंत्रियों में साफ नजर आया तालमेल का अभाव
मंत्रियों की चुप्पी के चलते मंगलवार को विधानसभा में सरकार अपनी रणनीति बदल सकती है। राज्यपाल 20 फरवरी को अभिभाषण पढ़ चुके हैैं। सोमवार को राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य के अभिभाषण पर चर्चा आरंभ हुई। नांगल चौधरी के भाजपा विधायक अभय सिंह यादव ने चर्चा शुरू की, जिसका समर्थन बरवाला के जजपा विधायक जोगी राम सिहाग ने किया।
गृह मंत्री अनिल विज के तेवर भी रहे नरम, मंत्री गुर्जर, ढांडा और गोयल ने संभाला मोर्चा
इस दौरान बीच-बीच में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कांग्र्रेस विधायक राव दान सिंह की सत्ता पक्ष के मंत्रियों-विधायकों खासकर दुष्यंत चौटाला से बहस हुई। मंत्रियों के बीच तालमेल का अभाव बजट सत्र में भी देखने को मिला। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने धान घोटाले का मुद्दा उठाया।
कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी ने कहा कि उन्होंने 50 सवाल और आधा दर्जन काम रोको प्रस्ताव दिए हैैं, लेकिन सरकार ने उन्हें स्वीकार नहीं करने दिया है। संसदीय कार्यमंत्री कंवरपाल गुर्जर, अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल व पानीपत ग्रामीण के विधायक महीपाल ढांडा ने विपक्ष के विधायकों से मोर्चा लेने की कोशिश की, लेकिन इस मसले में सदन में पूर्व मंत्रियों खासकर कैप्टन अभिमन्यु, ओमप्रकाश धनखड़, रामबिलास शर्मा, कविता जैन और कृष्ण कुमार बेदी की कमी साफ महसूस की गई।
गृह मंत्री अनिल विज ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा से बहस तो की लेकिन उनका मिजाज ज्यादा उग्र या गरम नहीं था। राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान सीएम के अलावा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला भी सदन में मौजूद नहीं थे। सोमवार को अधिकारी भी कम ही नजर आए।
भाजपा-जजपा ने किया बुजुर्गों का अपमान
राज्यपाल के अभिभाषण पर कांग्रेस की ओर से बोलते हुए महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह ने कहा कि भाजपा की गठबंधन सहयोगी जेजेपी ने 5100 रुपये बुढ़ापा पेंशन करने का वादा किया था। भाजपा ने भी बढ़ी पेंशन का वादा किया था, लेकिन महज 250 रुपये का इजाफा किया है। दान सिंह ने कहा कि सरकार अगर ड्रग माफिया के खिलाफ कार्यवाही करती है तो कांग्रेस इस मामले में सरकार के साथ खड़ी होगी।
राव दान सिंह से भिड़े ढांडा और गोयल
राव दान सिंह ने प्रदेश की नई आबकारी नीति पर सवाल उठाए तो अंबाला सिटी विधायक असीम गोयल और पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा उनसे भिड़ गए। दान सिंह ने कहा कि सरकार दावा तो गांवों में शराब बंद करने का कर रही है और 1000 रुपये में घर में शराब रखने के लाइसेंस देने की नीति बना दी। इस पर भाजपा के दोनों विधायकों ने कहा, इसमें नया कुछ नहीं है। कांग्रेस सरकार में तो 200 रुपये में घर में शराब रखने का लाइसेंस दिया जाता था। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दान सिंह की बात बीच में काटने का विरोध किया।
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