Palwal Accident: रोडवेज बस से आमने-सामने भिड़ंत में उड़े कार के परखच्चे, जोरदार टक्कर में एक की मौत और दो घायल
शुक्रवार की सुबह पलवल में एक भीषण सड़क हादसा हुआ जिसमें बस और कार की जोरदार टक्कर हुई है। इस हादसे में एक छात्र की दर्दनाक मौत हो गई है। हादसा हरियाणा रोडवेज और कार की आमने-सामने की भिड़ंत के कारण हुआ है।

पलवल, अख्तर अल्वी। शुक्रवार की सुबह फिरोजपुर झिरका शहर से कुछ ही दूरी पर एक भीषण सड़क हादसे में एक छात्र की दर्दनाक मौत हो गई जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा हरियाणा रोडवेज और कार की आमने-सामने की भिड़ंत होने से हुआ। यह हादसा एक बार फिर उसी गुरुग्राम-अलवर हाईवे पर हुआ जो हादसों के लिए खासा बदनाम है।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
हादसे का शिकार हुए युवक पलवल के बताए जा रहे हैं, ये सभी कार में सवार होकर थाना क्षेत्र के गांव रावली स्थित एसडी मेवात कालेज में बीटेक की परीक्षा देने जा रहे थे। लेकिन वे फिरोजपुर झिरका पहुंचते ही दुर्घटना का शिकार हो गए। पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
ये है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार पलवल के रहने वाले गजेन्द्र सिंह पुत्र उदयसिंह 26, टेकचंद पुत्र भीमसिंह 28 और गौरव वर्मा अपनी कार में सवार होकर अपने घर से सुबह तड़के परीक्षा देने के लिए निकले थे। लेकिन वे जब ठेकड़ी गांव से आगे निकले तो यहां फिरोजपुर झिरका की तरफ से आ रही हरियाणा रोडवेज की बस ने उनकी कार में टक्कर मार दी।
दुर्घटना के दौरान गजेन्द्र सिंह 26 की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गौरव और टेकचंद गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के समय रोडवेज में काफी सवारियां भरी हुई थी। इन सवारियों को भी हल्की-फुल्की चोटें आई हैं। ये बस फिरोजपुर झिरका से नूंह की तरफ जा रही थी। दुर्घटना इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा रोडवेज चालक की गलती के कारण हुआ। दरअसल रोडवेज का चालक उक्त सड़क पर बने गड्ढे से बस को बचाकर निकाल रहा था, इसी दौरान बस अनियंत्रित होकर कार में जा घुसी। जिससे यह भीषण हादसा हो गया।
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अब सफर लायक भी नहीं बची यह सड़क
मेवात की लाइफ लाइन कही जाने वाली क्षेत्र के गुरुग्राम-अलवर नेशनल हाईवे की सड़क अब सफर लायक नहीं बची है। दरअसल नूंह से लेकर राजस्थान के बार्डर तक करीब 40 किलोमीटर की यह सड़क लगभग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इस खूनी सड़क पर वर्तमान में बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं, जो लोगों की जान का दुश्मन बनते दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले भी इस हाईवे पर कई हादसे हो चुके हैं।
इस सड़क को फोरलेन करवाने के लिए क्षेत्र के लोग दो दशकों से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार इसपर ध्यान नहीं दे रही है। सड़क के लिए धरना व पैदल मार्च कर चुके लोगों का सब्र का बांध अब टूट रहा है। लोगों का कहना है कि आखिर कब तक मासूम और बेगुनाह लोग इस खूनी सड़क पर जान गंवाते रहेंगे। सरकार को तुरंत प्रभाव से इस सड़क को फोरलेन करवाना चाहिए।
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