Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    '2 लाख का कैमरा... हर जरूरत का रखा ध्यान, तो क्यों किया नंबर ब्लॉक'; IITian बाबा अभय सिंह के पिता का छलका दर्द

    Updated: Fri, 17 Jan 2025 12:23 PM (IST)

    आध्यात्मिक यात्रा पर निकले IITian बाबा अभय सिंह के परिवार ने उनके लिए चिंता जताई है। अभय सिंह के पिता कर्ण सिंह ग्रेवाल ने कहा कि वे चाहते हैं कि उनका ...और पढ़ें

    IITian बाबा अभय सिंह अभय सिंह के पिता कर्ण सिंह ग्रेवाल मोबाइल पर उनका वीजियो देखते हुए।

    जागरण संवाददाता, झज्जर। IITian Baba Kumbh: आध्यात्म के सहारे जीवन यात्रा से जुड़े सवालों के जवाब तलाश रहे वैरागी अभय सिंह के पिता कर्ण सिंह ग्रेवाल चाहते हैं कि परिवार अब किसी भी स्थिति में उसके लिए कोई बाधा नहीं बने।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नि:संदेह, वह बड़ा फैसला ले चुका है, कनाडा रह रही बेटी सहित परिवार के सभी सदस्यों से रोजाना चर्चा हो रही है।

    अभय ने परिवार के लोगों का नंबर कर दिया है ब्लॉक

    बेशक, सभी उसकी वापसी चाहते हैं लेकिन यह किस तरह से संभव हैं, इस पर विचार हो रहा है। महाकुंभ में जाने को लेकर परिवार के सदस्यों का फैसला होना अभी शेष है। बता दें कि करीब एक साल पहले घर से गए अभय ने परिवार के सभी सदस्यों के नंबरों को ब्लॉक किया हुआ है। वॉट्सऐप पर किए मैसेज के जवाब का इंतजार भी उन्हें करना पड़ता है।

    यह भी पढ़ें- Haryana News: बुजुर्गों को 'नयाब' तोहफा, महाकुंभ के दर्शन कराएगी सरकार, CM नायब सैनी ने दी हरी झंडी

    छह माह से उन्हें अभय का कोई मैसेज तक नहीं आया। पिता कर्ण सिंह बताते हैं कि अभय (IITian Baba) शुरू से ही धुन का पक्का था, स्कूल से आने के बाद वह विश्राम करता और फिर देर रात तक पढ़ाई करता था। साइकिल से उसके रोजाना स्कूल जाने के दौरान हवा चेक करने का काम वही करते थे।

    परिवार ने दो लाख रुपये का दिलवाया था पहला कैमरा

    बता दें कि इंजीनियरिंग के अपने करियर को पीछे छोड़ आध्यात्मिक यात्राओं पर घूमने के शौकीन वैरागी अभय सिंह ग्रेवाल (IITian Baba Abhay Singh) को फोटोग्राफी करना काफी पसंद हैं, जैसा उनके इंटरनेट मीडिया हैंडल पर दिखाई भी दे रहा है, परिवार ने उन्हें 2 लाख रुपये का पहला कैमरा दिलवाया था।

    शिमला, मसूरी, धर्मशाला, केरल जैसे आध्यात्मिक स्थानों पर उन्होंने काफी समय बिताया है। पिछले एक साल में उनसे संपर्क के लिए परिवार की ओर से प्रयास किए गए, कुछ नजदीकी लोगों की जिम्मेवारी भी लगाई गईं, लेकिन बात बन नहीं पाईं।

    पिता ने कहा -हां, मैं चाहता हूं कि बेटा वापस आए। उसे किसी तरह की पीड़ा नहीं होनी चाहिए। मां ने भी वापस आने और परिवार की देखभाल करने के लिए कहा। लेकिन उन्होंने जवाब दिया कि संन्यासी बनने के बाद यह संभव नहीं।

    यह भी पढ़ें- महाकुंभ को अंधविश्वास बताने पर भड़के नागा संन्यासी, जमकर मचाया उपद्रव; तोड़ द‍िए युवकों के स्‍टॉल