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Delhi-Mumbai Expressway पर तेज गति में वाहन चलाया तो खैर नहीं! तय स्पीड से ऊपर जाते ही कट जाएगा चालान

Delhi Mumbai Expressway दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर तेज स्पीड से वाहन चलाने वाले सावधान हो जाएं। तय स्पीड से अधिक होते ही ऑनलाइन चालान हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर व्हीकल स्पीड डिडक्शन सिस्टम (वीएसडीएस) विकसित कर दिया गया है। 10 किलोमीटर के अंतराल पर सिस्टम विकसित किया गया है। ऐसे में स्पीड बढ़ते ही कहीं न कहीं सिस्टम की पकड़ में वाहन आ जाएंगे।

By Aditya RajEdited By: Shyamji TiwariPublished: Thu, 19 Oct 2023 09:59 PM (IST)Updated: Thu, 19 Oct 2023 09:59 PM (IST)
Delhi-Mumbai Expressway पर तेज गति में वाहन चलाया तो खैर नहीं

आदित्य राज, गुरुग्राम। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर 120 किलोमीटर प्रतिघंटे से अधिक की स्पीड से वाहन चलाने वाले सावधान हो जाएं। तय स्पीड से अधिक होते ही ऑनलाइन चालान हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर व्हीकल स्पीड डिडक्शन सिस्टम (वीएसडीएस) विकसित कर दिया गया है। स्पीड अधिक होते ही एनएचएआई के कंट्रोल रूम में जानकारी आएगी।

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10 किमी के अंतराल पर सिस्टम विकसित

वहां से सीधे जानकारी ट्रैफिक पुलिस के पास पहुंचेगी और चालान कर दिया जाएगा। बुधवार शाम से वीएसडीएस चालू हो गया। पहला चालान जिस वाहन का किया गया उसकी स्पीड 140 किमी थी। साथ-साथ वाहन चालकों को जागरूक भी किया जाएगा ताकि वे अधिक स्पीड से वाहन न चला सकें। 10 किलोमीटर के अंतराल पर सिस्टम विकसित किया गया है। ऐसे में स्पीड बढ़ते ही कहीं न कहीं सिस्टम की पकड़ में वाहन आ जाएंगे।

250 की स्पीड से दौड़ा रहे वाहन

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा दिल्ली-मुुंबई एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की अधिकतम स्पीड 120 किलोमीटर प्रतिघंटा निर्धारित है, लेकिन 250 किलोमीटर प्रतिघंटे तक की स्पीड से वाहन दौड़ रहे हैं। अधिकतर वाहन निर्धारित स्पीड से अधिक स्पीड में दौड़ रहे हैं। इस वजह से हर पल हादसा होने की आशंका बनी रहती है।

इसे ध्यान में रखकर वीएसडीएस विकसित किया गया है। इसका कंट्रोल रूम में गांव अलीपुर में है। कंट्रोल रूम से ट्रैफिक पुलिस के कंट्राेल रूम को जोड़ दिया गया है। इससे अब 120 किमी से अधिक स्पीड होते ही जानकारी ट्रैफिक कंट्रोल रूम में पहुंच जाएगी। जानकारी मिलते ही आनलाइन चालान कर दिया जाएगा। उम्मीद है इससे वाहन चालकों के ऊपर लगाम लग जाएगी।

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नंबर से लेकर फोटो तक कंट्रोल रूप में उपलब्ध

व्हीकल स्पीड डिडक्शन सिस्टम से वाहनों के नंबर से लेकर फोटो तक ट्रैफिक पुलिस के पास पहुंचेंगे। यही नहीं किस लोकेशन पर स्पीड अधिक थी, इस बारे में भी जानकारी पहुंच जाएगी। इससे वाहन चालक मुकर नहीं पाएंगे। फिरोजपुर झिरका तक की यानी हरियाणा सीमा तक की जानकारी गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस के पास पहुंचेगी।

आगे की यानी फिरोजपुर झिरका से लेकर दौसा तक की जानकारी राजस्थान की दौसा पुलिस को दी जाएगी। बता दें कि गुरुग्राम जिले के गांव अलीपुर से लेकर मुंबई तक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे विकसित किया जा रहा है। फिलहाल गांव अलीपुर से लेकर दौसा तक का भाग चालू है। इससे आगे सवाई माधाेपुर तक का भाग चालू करने की तैयारी चल रही है।

अधिक स्पीड वाले 34 वाहनों का चालान

बुधवार शाम से बृहस्पतिवार शाम चार बजे तक कुल 34 वाहनों का चालान किया गया। सभी वाहनों की स्पीड 130 किमी से अधिक थी। कुछ दिन पहले एनएचएआई ने सर्वे कराया था। उसमें यह जानकारी सामने आई थी कि काफी वाहन 250 किमी की स्पीड से चल रहे हैं। इसके बाद वीएसडीएस के ऊपर तेजी से काम किया गया।

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बता दें कि इसी साल 22 अगस्त को नूंह इलाके में तेज रफ्तार रोल्स रायस (फैंटम माडल) कार ने डीजल कैंटर में टक्कर मार दी थी। कार की स्पीड इतनी अधिक थी कि टक्कर से टैंकर पलट गया था। मौके पर ही टैंकर चालक व सहायक की मौके पर ही मौत हो गई थी। स्पीड का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि टक्कर के बाद अति सुरक्षित माने जाने वाली रोल्स रायस में भी आग लग गई थी।

लोगों से अपील है कि निर्धारित स्पीड में ही वाहन चलाएं। स्पीड बढ़ते ही अब चालान होगा। केवल चालान से बचने के लिए नहीं बल्कि अपनी जिंदगी को सुरक्षित बनाने के लिए नियंत्रण में वाहन चलाएं। हादसा हाेने के बाद पूरा परिवार बर्बाद हो जाता है। - सुरेश कुमार, एसीपी, ट्रैफिक (हाईवे), गुरुग्राम


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