WhatsApp पर पहले वेबसाइट रिव्यू के नाम पर फंसाया, फिर मार्केट में निवेश के नाम पर 20.19 लाख ठगे
फरीदाबाद में शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 20 लाख से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने खाता उपलब्ध कराने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। टेलीग्राम टास्क के नाम पर भी एक व्यक्ति से 1.10 लाख रुपये की ठगी हुई है जिसमें दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। शेयर मार्केट में निवेश कर मुनाफा कमाने का लालच देकर 20.19 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने खाता उपलब्ध करवाने वाले को गिरफ्तार किया है। साइबर थाना एनआईटी में सेक्टर-22 की रहने वाली एक महिला ने अपनी दी शिकायत में बताया था कि 19 दिसंबर 2024 को उसके व्हाट्सएप्प (WhatsApp) नंबर पर एक मैसेज आया जिसमें गूगल पर विभिन्न वेबसाइट को रिव्यू करके रुपये कमाने के बारे में बताया गया था।
अलग-अलग बहाने से उससे और रुपये ऐंठे
पीड़िता ने बताया कि व्हाट्सएप्प पर आये मैसेज में उसे कुछ सैंपल टास्क दिए गए थे। कुछ दिन बाद ठगों ने शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए एक लिंक देकर पहले उसका खाता खुलवाया गया और उससे पैसे निवेश करवाए गए। जब उसने मुनाफे के साथ पैसे निकालने चाहे तो ठगों ने अलग-अलग बहाने से उससे और रुपये ऐंठ लिए।
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12वीं पास हरसुख है फ्रॉड का खिलाड़ी
ऐसे करके ठगों ने उसके साथ 20 लाख 19 लाख रुपये की ठगी की। पुलिस ने हरसुख को राजस्थान के जिला नागौर से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपित हरसुख ने अपने परिचित चरण सिंह से खाता लेकर आगे ठगों को दिया था। मामले में सुरेश खाताधारक है, जिसके खाते में ठगी के दो लाख रुपये आए थे। हरसुख 12वीं पास है। अधिक पूछताछ के लिए उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
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1.10 लाख की ठगी में दो गिरफ्तार
टेलीग्राम टास्क के नाम पर 1.10 लाख रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने खाता उपलब्ध करवाने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। साइबर थाना सेंट्रल में भारत कालोनी ने एक व्यक्ति ने दी अपनी शिकायत में बताया कि मई में उसके वाट्सएप पर एक मैसेज आया जिसमें वर्क फ्राम होम करने का आफर किया गया।
इसके बाद उसे एक लिंक के जरिए टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा गया। जिसके बाद ठगों ने उससे अलग-अलग टास्क के लिए 1.10 लाख रुपये अपने खाता में डलवाए और कोई पैसा वापिस नहीं दिया। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए सुभाष कुमावत को जयपुर से व रमेश कुमार को राजस्थान के जिला नागौर से गिरफ्तार किया है।
तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया
पूछताछ में सामने आया की सुभाष कुमावत ने हर्षित (खाताधारक) से खाता लेकर आगे रमेश को उपलब्ध करवाया था तथा रमेश ने खाता को आगे ठगों को दिया था। खाते में ठगी के 76 हजार रुपये में आए थे। सुभाष एसी रिपेयरिंग का काम करता है व रमेश वाटर सप्लाई का काम करता है। दोनों को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
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