Mission Impossible 7 Review: घटी नहीं टॉम क्रूज के एक्शन की धार, हंट की टीम का इस बार अनोखे दुश्मन पर वार
Mission Impossible 7 Review मिशन इम्पॉसिबल फ्रेंचाइजी की शुरुआत 1996 में हुई थी। टॉम क्रूज शुरू से ही इस एक्शन फ्रेंचाइजी को लीड कर रहे हैं। जिस वक्त फ्रेंचाइजी शुरू हुई थी टॉम 34 साल के थे और आज साठ का पड़ाव पार कर चुके हैं। मिशन इम्पॉसिबल 7 दुनियाभर में 12 जुलाई को रिलीज हो रही है। भारत में भी इसको लेकर काफी हलचल है।
नई दिल्ली, जेएनएन। टॉम क्रूज 'मिशन इम्पॉसिबल फ्रेंचाइजी' का चेहरा हैं और इन फिल्मों का इंतजार इसीलिए रहता है, क्योंकि वो फिल्म के हीरो हैं। एक असम्भव मिशन को सम्भव बनाने के लिए टॉम अपनी टीम के साथ निकलते हैं और तमाम खतरे उठाते हुए इसमें कामयाब होकर लौटते हैं।
इस फ्रेंचाइजी की कहानी और किरदार तकरीबन वही रहते हैं, बस कथानक बदलते रहते हैं। नया मिशन और नया खतरा। लगभग 27 साल से चली आ रही इस फ्रेंचाइजी की डेड रेकनिंग पार्ट वन सातवीं फिल्म है।
टॉम जब पहली बार मिशन पर निकले थे, तब उनकी उम्र 34 साल थी और सातवें मिशन के दौरान वो 60 पार कर चुके हैं, मगर फिल्म में उनकी दौड़, फुर्ती, तत्परता और स्टंट्स की जटिलताओं पर उम्र का असर नहीं दिखता। अलबत्ता, चेहरा जरूर गवाही देता है कि कितने वसंत देख चुके हैं। मिशन इम्पॉसिबल डेड रेकनिंग पार्ट वन को देखने की सबसे बड़ी और आखिरी वजह टॉम क्रूज और उनके खतरनाक मिशन ही हैं।
क्या है मिशन इम्पॉसिबल 7 की कहानी?
मिशन इम्पॉसिबल 7 में ईथन हंट की आइएमएफ (Impossible Mission Force) टीम के साथ एक खतरनाक हथियार की खोज में निकला है। इस बार हंट एंड टीम (इल्सा फॉस्ट, लूथर स्टिकेल और बेन्जी डुन) के सामने कोई ऐसा दुश्मन नहीं है, जिसे आंखों से देखा जा सके।
दुश्मन AI (Artificial Intelligence) है, जिससे ईथन हंट को निपटना है। इसे एंटिटी (Entity) कहा गया है। इस हथियार का इस्तेमाल करके दुनियाभर में अशांति और अव्यवस्था फैलायी जा सकती है, इसलिए तमाम देश इसके पीछे पड़े हैं। टॉम की टीम को इस वेपन को गलत हाथों में जाने से रोकना है।
कैसा फिल्म का स्क्रीनप्ले, एक्शन और स्टंट्स?
निर्देशक क्रिस्टोफर मैक्वारी ने मिशन इम्पॉसिबल 7 की कथाभूमि पिछली फिल्म फॉलआउट के कुछ साल बाद के कालखंड में स्थापित की है। मिशन इम्पॉसिबल में दिखाये गये मिशंस भी वक्त और तकनीक के विकास के साथ कदमताल करते हुए आगे बढ़ते हैं। इस बार ईथन हंट आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से टकराया है। फिल्म भले ही तकनीकी दुश्मन को दिखाती है, मगर इससे टॉम पर एक्शन-स्टंट करने का भार कम नहीं हुआ है।
वेपन की खोज में टॉम की टीम को कई और दुश्मनों से टकराना पड़ता है और इसी क्रम में कई हैरतअंगेज एक्शन दृश्यों को अंजाम देना पड़ता है। फिल्म में चेज सींस और एक्शन दृश्य देखे दिखाये लग सकते हैं, मगर उनका संयोजन उन्हें दूसरे सभी दृश्यों से अलग करता है। मिसाल के तौर पर चोटी से बाइक लेकर कूदने वाला दृश्य। ट्रेलर में इस दृश्य की झलकभर शामिल की गयी है, मगर बड़े पर्दे पर इस दृश्य का विस्तार चौंका देता है।
मिशन इम्पॉसिबल के मेकर्स भी इस बात को जानते हैं कि अगर बेसिक प्लॉट की बात करें तो उसमें कोई खास बदलाव नहीं है- ईथन हंट की टीम और एक असम्भव मिशन। इसीलिए, इस फ्रेंचाइजी को बनाते वक्त इस बात का ख्याल रखा जाता है कि घटनाक्रम और दृश्यों का रोमांच कम ना हो। इसीलिए, हर फ्रेंचाइजी फिल्म दूसरी से अलग लगती है।
फ्रेंचाइजी में ईथन की कोर टीम के साथ कुछ सदस्य जुड़ते रहते हैं। इस बार ग्रेस के रोल में हेली एटवेल की एंट्री हुई है, जिनकी जोड़ी क्रूज के साथ बनायी गयी है। दृश्यों में दोनों की कैमिस्ट्री बेहतरीन रही है। एक्शन के टेंस माहौल में इनकी जुगलबंदी कॉमिक रिलीफ देती है।
फिल्म के स्टंट्स के बारे में रिलीज से पहले काफी कुछ बताया जा चुका है। मेकिंग के वीडियोज जारी किये। ट्रेन सीक्वेंस उनमें से एक है। ट्रेन में एक्शन के दृश्य फिल्माना नया नहीं है। इसी साल आयी शाह रुख खान की पठान में भी एक ऐसा ही सीन था, जिसमें ट्रेन में एक्शन दिखाया गया है। मगर, मिशन इम्पॉसिबल 7 का एक्शन इसे दूसरी फिल्मों से अलग रखता है। इसकी मेकिंग में निर्देशक मैक्वारी और टॉम इस प्रोसेस को बताते हैं।
डेड रेकनिंग पार्ट वन, कामयाबी के साथ इस फ्रेंचाइजी को आगे बढ़ाती है। एक्शन फिल्मों के शौकीनों और मिशन इम्पॉसिबल फ्रेंचाइजी को पसंद करने वालों को फिल्म निराश नहीं करेगी।
कलाकार- टॉम क्रूज, हेली एटवेल, विंग रामेस, साइम पेग, रिबेका फर्ग्युसन, वेनेसा किर्बी आदि।
निर्देशक- क्रिस्टोफर मैक्वायरी
अवधि- 2 घंटा 43 मिनट
रेटिंग- साढ़े तीन