Asur 2 Review: रोमांच के मोर्चे पर खरी उतरी 'असुर 2', बरुण सोबती और अरशद वारसी की दमदार अदाकारी
Asur Season 2 Review दूसरे सीजन में असुर अपने नये तेवरों और पैतरों के साथ लौटा है। अरशद और बरुण के किरदारों के मिजाज भी बदले हैं। निजी जिंदगी की चुनौतियों ने असुर के साथ लड़ने की जिद को कम नहीं किया है
नई दिल्ली, जेएनएन। Asur 2 Rise Of The Dark Side Review: 'असुर 2- राइज ऑफ द डार्क साइड' ओटीटी स्पेस में मौजूद उन वेब सीरीज में शामिल है, जिनके अगले सीजन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा था। पहला सीजन 2020 में आया था और इसके पूरे तीन साल बाद दूसरा सीजन स्ट्रीम हुआ है। हालांकि, इस बार ठिकाना बदल गया है।
'असुर सीजन-1' जहां वूट पर रिलीज किया गया था, वहीं 'असुर 2' जियो सिनेमा पर आया है। किसी भी सीरीज की लोकप्रियता का अंदाजा उसको लेकर होने वाली चर्चा से लगाया जा सकता है। असुर में क्राइम और माइथोलॉजी का मेल दर्शकों को पसंद आता है। 'असुर 2' इसी सिलसिले को आगे बढ़ाता है। दूसरे सीजन के क्रिएटर गौरव शुक्ला हैं, जबकि निर्देशक ओनी सेन हैं।
क्या असुर 2 की कहानी?
'असुर 2' की शुरुआत वहीं से होती है, जहां पहला सीजन खत्म हुआ था। मास्क के पीछे चेहरा छिपाये एक प्रेत जैसा सीरियल किलर भाग रहा है। शो में बरुण सोबती फोरेंसिक एक्सपर्ट निखिल नायर के किरदार में हैं। बेटी को खोने के कारण उसका पत्नी नैना (अनुप्रिया गोयनका) से रिश्ता बिगड़ गया है। नैना कम्प्यूर की माहिर है।
अतीत निखिल के पीछे पड़ा है। सीबीआई ऑफिसर धनंजय राजपूत (अरशद वारसी) ने अतीत की कड़वी यादों से बचने के लिए आध्यात्म का सहारा ले लिया है। इस बीच सीबीआई असुर के पीछे लगी है, क्योंकि वो एक बार फिर शिकार करने निकल पड़ा है।
निखिल कायदों के दायरे में रहकर केस सुलझाने में जुटा है, वहीं धनंजय अब नियमों की जंजीर में खुद को बांधकर नहीं रखना चाहता। नैना इसमें उसका साथ देती है। प्लेटफॉर्म ने अभी दो ही एपिसोड रिलीज किये हैं। बाकी के छह एपिसोड्स 2 से 7 जून तक प्रतिदिन रिलीज किये जाएंगे।
पहले सीजन के मुकाबले कैसा है असुर 2?
सीजन 2 का हर एपिसोड शुभ के अतीत से शुरू होता है, जिसमें डीजे और निखिल असुर से दुनिया को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। शुभ, सीबीआई टीम से हमेशा दो कदम आगे रहता है।
'असुर' का लेखन गौरव शुक्ला और अभिजीत खुमन ने किया है। इस बार लेखकों ने कहानी को ज्यादा कंटेम्परेरी बनाते हुए आर्टिफिशिल इंटेलीजेंस को पिरोया है। 'असुर' इसी का सहारा लेकर दुनिया को बर्बाद करने का सपना संजो रहा है। असुर भी उन सीरीज में शामिल मानी जा सकती है, जिनके पहले और दूसरे सीजन में ज्यादा फर्क नहीं था। शो में रोमांच का तड़का अगर पहले से ज्यादा नहीं है तो कम भी नहीं है।
हालांकि, दो एपिसोड्स से पूरी सीरीज को जज करना थोड़ा जल्दबाजी हो सकती है। कई बार आखिरी के एपिसोड्स में रोमांच चरम पर पहुंचता है। शुभ जोशी के किरदार में किशोर कलाकार विशेष बंसल जंचे हैं। बाकी कलाकारों में नैना के रोल में अनुप्रिया गोयनका, अमेय वाघ, मेयांग चैंग, अभिषेक चौहान और रिद्धि डोगरा ने अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभायी है।
कैसा है अरशद और बरुण का अभिनय?
'असुर 2' की सबसे बड़ी ताकत इसके कलाकार ही हैं, जिन्होंने अपने अभिनय से कहानी की रवानगी बनाकर रखी है। बरुण सोबती अपने किरदार में प्रभावित करने में सफल रहे हैं। एक टूटे हुए पिता, लेकिन असुर से लड़ने में जुटे इंसान के रूप में बरुण ने भावनाओं को सफलता के साथ उकेरा है।
अरशद वारसी बेहतरीन अभिनेता हैं और अक्सर अपने किरदारों से असर छोड़ते हैं। यहां भी एक सीबीआई अधिकारी के किरदार की बारीकियों को उभारने में सफल रहे हैं। असुर सीरीज की एक समर्पित फैन फॉलोइंग है। दूसरा सीजन फैंस को निराश नहीं करेगा।
वेब सीरीज- असुर सीजन 2
कलाकार- अरशद वारसी, बरुण सोबती, अनुप्रिया गोयनका आदि।
निर्देशक- ओनी सेन
प्लेटफॉर्म- जियो सिनेमा
अवधि- लगभग एक घंटा प्रति एपिसोड
रेटिंग- तीन