खुद को 'खुदा' समझ बैठा था बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार, अपने ही हाथों करियर की लगाई लंका
फिल्म इंडस्ट्री में स्टारडम पाना हर एक्टर का ख्वाब होता है और इस ख्वाब को बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना ने हकीकत में जिया है। लेकिन एक वक्त ऐस ...और पढ़ें

खुद को खुदा समझने लगे थे पहले सुपरस्टार
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। कहते हैं ना, अति किसी भी चीज के लिए हानिकारक होती है फिर चाहे वह सफलता ही क्यों ना हो। बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना की जिंदगी में एक ऐसा दौर था जब उनकी बैक टू बैक फिल्में हिट हो रही थीं, लड़कियों की दीवानगी उनके लिए इतनी बढ़ गई थी कि उनके घर के बाहर खड़ी सफेद गाड़ी वे अपनी लिपस्टिक से लाल कर देती थीं। डायरेक्टर, फिल्ममेकर्स की लिस्ट में राजेश खन्ना नंबर वन पर थे। बस इस सफलता ने राजेश खन्ना को कुछ ज्यादा आत्मविश्वासी बना दिया जिससे वे खुद को खुदा समझ बैठे।
लेकिन इसी ज्यादा आत्मविश्वास ने उनके करियर को बिगाड़ने का काम भी किया। यानि बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार का किरदार किसी और ने नहीं बल्कि उनके खुद के हाथों ने बिगाड़ा। भारत के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना, जिनके नाम लगातार 17 हिट फिल्में देने का रिकॉर्ड आज भी है, ने बताया कि उन्हें अपने सुपरस्टारडम और सफलता की वजह से ऐसा लगता था कि वह भगवान के बाद दूसरे नंबर पर हैं।
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जब खुद को भगवान समझने लगे थे राजेश खन्ना
मई 1990 में अमिताभ बच्चन के साथ एक जॉइंट इंटरव्यू के दौरान, राजेश खन्ना ने उस पल के बारे में बताया जब उन्हें एहसास हुआ कि सफलता ने उन पर क्या असर डाला था। खन्ना ने कहा, 'मुझे लगा कि मैं भगवान के बाद दूसरे नंबर पर हूं! मुझे आज भी वह पल याद है, जब पहली बार मुझे एहसास हुआ कि सफलता कितनी जबरदस्त हो सकती है। यह आपको पूरी तरह से बदल देती है, या फिर आप इंसान नहीं हैं?
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जब अपने करियर की लगाई लंका
जब राजेश खन्ना को भारी सफलताएं मिलती गईं तो इसे उन्होंने हल्के में लेना शुरू कर दिया। राजेश खन्ना को इस बात का अहंकार आ गया और वे अपने मनमुताबिक व्यवहार करने लगे। शूटिंग पर 7-8 घंटे देरी से पहुंचना उनके लिए आम बात हो गई थी। उस वक्त अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, जितेंद्र जैसे सितारे इंडस्ट्री में अपने पैर जमा रहे थे और तभी राजेश खन्ना के हाथों से फिल्में जाने लगीं क्योंकि फिल्ममेकर्स को उनका रिप्लेसमेंट मिल रहा था। इसके बाद उन्हें फिल्में मिलना कम हो गईं। 80 के दशक तक आते-आते उन्होंने साइड रोल किए और 2000 के दशक में उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली। साल 2012 में राजेश खन्ना का निधन हो गया। आज 29 दिसंबर को राजेश खन्ना की 83वीं बर्थ एनिवर्सरी है।
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राजेश खन्ना की कुछ बेहतरीन फिल्में
- आराधना
- इत्तेफाक
- डोली
- बंधन
- द ट्रेन
- सफर
- आनंद
- हाथी मेरे साथी
- सौतन
- अवतार
- नमक हराम
राजेश खन्ना ने 1973 में डिंपल कपाड़िया से शादी की थी और उनकी दो बेटियां हैं- ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना। अक्षय कुमार उनके दामाद हैं जिन्होंने ट्विंकल खन्ना से शादी की।

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