'डेड बॉडी कभी नहीं मिली...', सालों बाद Pooja Bedi का छलका दर्द, मां की आखिरी इच्छा का खोला राज
कबीर बेदी (Kabir Bedi) की पहली पत्नी प्रोतिमा बेदी (Protima Bedi) अब इस दुनिया में नहीं हैं। हाल ही में पूजा बेदी ने सालों बाद अपनी मां के निधन पर बात की है। पूजा ने बताया है कि मरने से पहले उनकी मां प्रोतिमा बेदी ने उनसे क्या कहा था।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। साल 1997 की बात है जब कबीर बेदी के बेटे सिद्धार्थ बेदी (Siddharth Bedi) ने आत्महत्या कर लिया था। इस खबर ने पूरे बेदी परिवार को झकझोरकर रख दिया था। इसके ठीक एक साल बाद ही कबीर बेदी की पहली पत्नी और पूजा बेदी की मां प्रोतिमा बेदी (Protima Bedi) का भी निधन हो गया था। सालों बाद पूजा ने अपनी मां की आखिरी इच्छा बताई है।
पूजा बेदी ने एक हालिया इंटरव्यू में रिवील किया है कि उनकी मां प्रोतिमा बेदी की लाश नहीं मिली थी। उन्होंने बताया कि निधन से पहले उन्होंने क्या-क्या चीजें उन्हें सौंपी थीं और अपनी आखिरी इच्छा क्या बताई थी। कैलाश मानसरोवर जाते हुए प्रोतिमा बेदी का लैंडस्लाइड में निधन हो गया था। उस वक्त वह सिर्फ 49 साल की थीं।
पूजा बेदी की मां की आखिरी इच्छा
पूजा बेदी ने स्क्रीन को दिए इंटरव्यू में कहा, "50 साल की उम्र से पहले ही इस दुनिया को छोड़कर चले जाने का बहुत अफसोस है। काश मैंने उनके साथ बहुत कुछ किया होता लेकिन वह एक ऐसी महिला थीं जो अपनी शर्तों पर जिंदगी जीती थीं। उन्होंने अपनी मर्जी से जिया और सचमुच अपनी मर्जी से मरीं। उन्होंने हमेशा कहा कि वह प्रकृति में मरना चाहती हैं और प्रकृति के साथ एकाकार होना चाहती हैं।"
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पूजा बेदी ने आगे बताया कि उनकी मां क्या चाहती थीं। उन्होंने कहा, "इस खूबसूरत जिंदगी के आखिर में वह नहीं चाहती थीं कि उन्हें किसी श्मशान में धकेला जाए जहां उनकी अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने का दिखावा किया जाए। वह प्रकृति में विलीन होना चाहती थीं। यही एक ग्रैंड फिनाले होने वाला था और हुआ भी ऐसा ही। उनका शरीर कभी नहीं मिला। उनका ब्रह्मांड के साथ एकाकार हो गया था। वह एक अद्भुत ऊर्जा थीं।"
मरने से पहले बेटी को सौंपी थीं ये चीजें
पूजा बेदी ने बताया कि मां ने अचानक उन्हें अपनी सारी चीजें सौंप दी थीं। उन्होंने कहा, "वह मेरे पास आईं, अपनी वसीयत लिखी, मुझे अपने गहने दिए, अपने सारे दस्तावेज दिए, अपनी संपत्ति के कागज दिए और कहा, 'आपको नहीं पता।' मैंने कहा, 'आप इतना ड्रामा क्यों कर रही हो?' और उन्होंने बस इतना कहा, 'आपको नहीं पता डार्लिंग।' उन्होंने मुझे अपना सब कुछ सौंप दिया था और कहा, 'सिद्धार्थ (पूजा का भाई) अब नहीं रहा, उन्होंने आत्महत्या कर ली है। मैंने नृत्यग्राम लिन फर्नांडीज को सौंप दिया है। आप ही मेरा एकमात्र सहारा हो। मैं चाहती हूं कि तुम मुझे जाने दो।"
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पूजा ने बताया कि इसके बाद उनकी मां कुल्लू मनाली चली गई थीं और वहां से उन्होंने उनके लिए एक 12 पेज का लेटर लिखा था। उन्होंने उस खत में अपनी जिंदगी के बारे में लिखा था और कहा था कि वह कुल्लू-मनाली में बहुत खुश हैं।
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