'एक चुम्मा देगी क्या?' Malavika Mohanan के साथ लोकल ट्रेन में हुई थी बद्तमीजी, कहा- 'खिड़की के पास आया और...'
तंगलान और मास्टर मूवी में नजर आ चुकीं मालविका मोहनन (Malavika Mohanan) ने एक हालिया इंटरव्यू में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बात की है। साथ ही उन्होंने अपने साथ हुए एक डरावने इंसिडेंट को भी याद किया है जब वह एक लोकल ट्रेन में अपनी दो दोस्तों के साथ ट्रेवल कर रही थीं और उनके साथ बद्तमीजी की गई।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। कई अभिनेत्रियां हैं जो खुलकर अपने साथ हुई बद्तमीजी के बारे में बात करती हुई नजर आती हैं। तंगलान एक्ट्रेस मालविका मोहनन भी उन्हीं में से एक हैं। वह अपनी लाइफ से जुड़ी बातें खुलकर सामने रखने से कभी हिचकिचाती नहीं हैं। हाल ही में मालविका ने अपने साथ हुए एक बुरे हादसे का जिक्र किया है।
दरअसल, भारत में हमेशा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठता रहता है। यूं तो मुंबई महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित शहर माना जाता है, लेकिन मालविका मोहनन ऐसा नहीं मानती हैं। उनका कहना है कि यह पूरी सच्चाई नहीं है। उन्होंने अपने साथ हुए एक डरावने इंसिडेंट को भी याद किया।
महिलाओं की असुरक्षा पर बोलीं मालविका
हाउटरफ्लाई के साथ बातचीत में मालविका मोहनन ने बताया कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सुरक्षा एक सवाल है। उन्होंने कहा, "लोग हमेशा कहते हैं कि मुंबई महिलाओं के लिए सेफ है, लेकिन मैं उस धारणा को करेक्ट करना चाहूंगी। आज मेरे पास अपनी कार और ड्राइवर है, इसलिए अगर कोई मुझसे पूछे कि क्या मुंबई सुरक्षित है, तो मैं हां कहूंगी लेकिन जब मैं कॉलेज में थी, तब मेरा नजरिया बहुत अलग था। मैं लोकल ट्रेनों और पब्लिक बसों से ट्रेवल करती थी और तब मुझे कभी भी यह पूरी तरह से सुरक्षित नहीं लगता था। यह हमेशा किस्मत की बात लगती थी। आपको उम्मीद करनी पड़ती थी कि आपका ट्रेवल बिना किसी परेशानी के होगी।"
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ट्रेन में मालविका के साथ हुई बद्तमीजी
द राजा साब एक्ट्रेस मालविका मोहनन ने सुरक्षा के बारे में बात करते हुए अपने साथ हुए एक इंसिडेंट को याद किया और कहा, "मुझे एक इंसिडेंट बहुत अच्छी तरह से याद है। मैं अपने दो सबसे करीबी दोस्तों के साथ लोकल ट्रेन में थी। रात के करीब 9:30 बजे थे और हम फर्स्ट क्लास महिला डिब्बे में थे। ट्रेन बिल्कुल खाली थी। सिर्फ हम तीन लोग थे। हम खिड़की की ग्रिल के पास बैठे बातें कर रहे थे, तभी एक आदमी खिड़की के पास आया, अपना चेहरा सलाखों से सटाया और बोला, 'एक चुम्मा देगी क्या?'"
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पब्लिक ट्रांसपोर्ट में होती है बद्तमीजियां
मालविका मोहनन ने कहा, "हम दंग रह गए थे। उस वक्त हम टीनएजर थे और उस उम्र में आपको नहीं पता होता है कि कैसे जवाब देना है? आप डरे हुए होते हैं। क्या हो अगर वह कंपार्टमेंट में आ जाए? हम क्या करेंगे? हम सिर्फ तीन लड़कियां थे, पूरी तरह असुरक्षित। अगर आप किसी ऐसी महिला से पूछें जिसने कभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से ट्रेवल किया है तो उसके पास ऐसे अनुभवों की एक लिस्ट होगी। किसी की निगरानी, पीछा किए जाने, परेशान किए जाने का अहसास - यह ऐसी चीज है जिसके साथ ज्यादातर महिलाएं बड़ी होकर जीना सीख जाती हैं लेकिन यह सामान्य नहीं है, और ऐसा नहीं होना चाहिए।"
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