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    महाभारत में 'शकुनि मामा' बने गूफी पेंटल की चाल में क्यों दिखाया गया था डिफेक्ट, सालों बाद 'कृष्ण' ने खोला राज

    By Vaishali ChandraEdited By: Vaishali Chandra
    Updated: Tue, 06 Jun 2023 04:42 PM (IST)

    Mahabharat Shakuni Mama aka Gufi Paintal गूफी पेंटल निधन के बाद भी फैंस के दिलों में महाभारत के शकुनि मामा बन राज कर रहे हैं। शो में उनके को-स्टार और कृष्ण बने नीतीश भरद्वाज ने एक्टर संग अपनी दोस्ती पर बात की है।

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    Mahabharat Shakuni Mama aka Gufi Paintal, Twitter

    नई दिल्ली, जेएनएन। Mahabharat Shakuni Mama aka Gufi Paintal: महाभारत में शकुनि का किरदार निभाकर एक्टर गूफी पेंटल ने इसे अमर कर दिया। बीते दिन एक्टर का निधन हो गया। एक्टर के जाने के बाद फैंस के दिलों में उनका निभाया शकुनि का किरदार एक बार फिर ताजा हो गया।

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    गूफी पेंटल के निधन पर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से कई सेलेब्स ने उनके साथ बिताए पलों की यादें साझा कीं। अब महाभारत के कृष्ण यानी नीतीश भारद्वाज ने सालों बाद गूफी पेंटल के किरदार को लेकर एक दिलचस्प खुलासा किया है। एक्टर ने बताया कि शो में गूफी पेंटल को लंगड़ाकर चलते हुए दिखाने के पीछे एक कहानी है।

    चाल में डिफेक्ट दिखाने के पीछे की कहानी

    नीतीश भारद्वाज ने न्यूज 18 के साथ बातचीत में कहा, "शकुनि के किरदार में गूफी पेंटल लंगड़ाकर चलते थे और इसके पीछे वजह ये थी कि सच में उनके हिप में दर्द रहता था। रवि जी (रवि चोपड़ा, डायरेक्टर) ने तय किया कि वो गूफी की इस चोट को शकुनि के शारीरिक विशेषता के तौर पर इस्तेमाल करेंगे। उन्हें अपना किरदार निभाने के लिए उस दर्द को सहते रहना पड़ा था, जो एक बड़ी बात है।"

    मददगार थे गूफी पेंटल

    नीतीश भारद्वाज ने गूफी पेंटल को सरल और खुशमिजाज शख्सियत बताया। उनकी नीतीश संग अच्छी दोस्ती भी थी। नीतीश ने गूफी पेंटल के मददगार स्वभाव के बारे में बताते हुए कहा कि वो स्ट्रगल के दिनों में गूफी के पास काम मांगने भी जाते थे, क्योंकि वो कास्टिंग डायरेक्टर हुआ करते थे और वो उनकी मदद भी करते थे।

    संघर्ष के दिनों में दिलाया काम

    नीतीश ने कहा, "स्ट्रगलिंग एक्टर के तौर पर हम अपनी तस्वीरें उनके पास ले जाते थे और उनसे कहते थे, 'गुफी जी, काम दो, काम दो।' वह कहते थे, 'हां यार, कुछ करता हूं... हूं।' जब मैं कृष्ण के अपने किरदार पर काम कर रहा था, तो उन्होंने रवि चोपड़ा के साथ मेरे काम की बहुत सराहना की। बाद में, हमारी बहुत अच्छी दोस्ती हो गई।" नीतीश ने यह भी खुलासा किया कि जब गुफी ने अपनी पहली मराठी फीचर फिल्म का निर्देशन किया था तो वह सभी ट्रायल के दौरान मौजूद थे।