4 मूवीज फ्लॉप होने के बाद कंगाल हो गया था प्रोड्यूसर, बेचने बड़े बीवी के गहने... बेटे पर लगा नेपोटिज्म का आरोप
फिल्मी दुनिया में एक ऐसे निर्माता थे जिन्होंने बॉलीवुड को कई सुपरहिट फिल्मों से नवाजा। मगर एक दौर में उनकी चार फिल्में फ्लॉप हुईं और उन्हें इतना बुरी तरह झटका लगा कि उनकी जेब ढीली हो गई। बीवी के गहने बेचने पड़े यहां तक कि उन्हें अपनी इकलौती प्रॉपर्टी भी बेचनी पड़ गई। जानिए उनके बारे में।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। 80 के दशक में एक प्रोड्यूसर ने फिल्मी दुनिया में अपना करियर शुरू किया और कई बेहतरीन फिल्मों को बड़े पर्दे पर उतारा। उस वक्त बिना किसी फंड के खुद के पैसे लगाकर फिल्में बनाईं। वह शानदार सेट, लोकेशंस और भारतीय संस्कृति को बड़े पर्दे पर उतारने के लिए जाने जाते थे। आज उनके बेटे भी फिल्मी दुनिया पर राज कर रहे हैं।
हम जिस प्रोड्यूसर की बात कर रहे हैं, वो हैं दोस्ताना, कभी खुशी कभी गम और कुछ कुछ होता है बनाने वाले यश जौहर (Yash Johar)। यश जौहर ने 80 के दशक में धर्मा प्रोडक्शन की स्थापना की थी। उनकी पहली फिल्म दोस्ताना बॉक्स ऑफिस पर हिट हुई थी, लेकिन इसके बाद आईं फिल्मों का प्रदर्शन खास ठीक नहीं था। इसके चलते यश जौहर आर्थिक तंगी से गुजरे थे।
4 फिल्म फ्लॉप के बाद आर्थिक तंगी से गुजरे प्रोड्यूसर
हाल ही में, करण जौहर ने अपने पिता यश के करियर के डाउनफॉल के बारे में बात की है। उन्होंने जय शेट्टी के पॉडकास्ट में कहा, "जब मेरे पिता ने 1980 में अपनी पहली फिल्म का निर्माण किया तो वह वाकई अच्छी चली। उसके बाद चार फिल्में असफल रहीं। हमें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। उन दिनों स्टूडियो या बैंकों से कोई फंडिंग नहीं मिलती थी।"
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Amitabh Bachchan, Yash Johar and Anand Bakshi - X
बेची बीवी की ज्वेलरी
करण जौहर ने आगे कहा, "पुराने जमाने के निर्माताएं घर और गहने बेच देते थे और यही सब हमारे साथ हुआ। मेरी मां को अपना मायका वाला घर बेचना पड़ा, गहने बेचे गए, मेरे पिता को अपनी जमीन बेचनी पड़ी, क्योंकि हमने बॉक्स ऑफिस पर लगातार दो बुरी फिल्में दीं। उन्हें असफल होते देखना और आज जब भाई-भतीजावाद को लेकर इतनी बातें हो रही हैं, खासकर मेरे इर्द-गिर्द तो मुझे हंसी आती है।"
नेपोटिज्म की बात पर हंसते थे यश जौहर
करण जौहर पर हमेशा से ही नेपोटिज्म का आरोप लगा है। वह खुद बड़े प्रोड्यूसर के बेटे हैं और ऊपर से उन्होंने आलिया भट्ट समेत कई स्टार किड्स को लॉन्च किया है। ऐसे में उन पर हमेशा से ही नेपोटिज्म का आरोप लगा है। इस बारे में करण ने कहा, "मेरे पिता सबसे ज्यादा हँसते थे। हम सबसे प्रभावशाली प्रोडक्शन हाउस की नजर में भी नहीं थे। हम असफल हुए, लड़खड़ाए और गिरे, लेकिन फिर भी आगे बढ़ रहे थे क्योंकि मेरे पिता एक अच्छे इंसान थे और बिजनेस उन्हें प्यार करता था। फिल्म जगत उन्हें बहुत प्यार करता था।"
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