'पाकिस्तान की बजाय जहन्नुम जाना है मंजूर', Javed Akhtar ने काफिर और जिहादी बुलाने वालों को दिया करारा जवाब
कवि और लेखक जावेद अख्तर (Javed Akhtar) अक्सर अपनी राय देने के लिए ट्रोल होते हैं। शिवसेना सांसद संजय राउत की किताब लॉन्च पर उन्होंने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया पर बहुत गालियां मिलती हैं। पाकिस्तान जाने की सलाह पर फरहान अख्तर के पिता ने क्या कहा है जानिए यहां।

एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। कवि, गीतकार और लेखक जावेद अख्तर अपनी बेबाक राय के लिए जाने-जाते हैं। अमिताभ बच्चन को डॉन बनाने वाले जावेद ने सलीम खान के साथ मिलकर कई अभिनेताओं की किस्मत चमकाई है। उनकी लिखी कहानियों ने बड़े पर्दे पर तूफान लाने का काम किया है, लेकिन सिर्फ कहानी नहीं बल्कि कई बार वह अपने बयानों से भी चारों ओर छा जाते हैं।
जावेद अख्तर भले ही फिल्मी दुनिया से थोड़ा दूर हैं, लेकिन वह अक्सर सामाजिक, राजनीतिक या फिर सिनेमा जगत से जुड़े मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखते हैं। कई बार वह ट्रोल्स के निशाने पर भी आ जाते हैं। हाल ही में, उन्होंने आलोचना करने वालों को जवाब दिया है।
ट्रोलिंग पर बोले जावेद अख्तर
दरअसल, जावेद अख्तर शिव सेना सांसद सजय राउत की किताब नर्कतला स्वर्ग के लॉन्च इवेंट में शामिल हुए और बताया कि कैसे लोग उन्हें बेबाक अंदाज के लिए ट्रोल करते हैं। इवेंट में जावेद ने कहा, "होता यह है कि अगर आप सिर्फ एक पक्ष की तरफ से बोलते हैं तो आप सिर्फ दूसरी पक्ष को ही दुखी करते हैं लेकिन अगर आप सबके लिए बोलते हैं तो आप बहुत सारे लोगों को दुखी करते हैं। मैं आपको अपना ट्विटर (अब एक्स) और व्हाट्सएप दिखा सकता हूं जिसमें दोनों तरफ से मुझे गालियां दी जाती हैं।"
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दो पक्षों से मिलती है गालियां
जावेद अख्तर ने कहा, " बहुत सारे लोग मेरी तारीफ भी करते हैं और मेरा हौसला बढ़ाते हैं लेकिन यह भी सच है कि दोनों तरफ के कट्टरपंथी मुझे गालियां देते हैं। ऐसा ही होना चाहिए, क्योंकि अगर एक पक्ष रुक गया तो मुझे हैरानगी होगी कि कहीं मैं कुछ गलत तो नहीं कर रहा।"
पाकिस्तान की सलाह मिलने पर बोले जावेद
जावेद अख्तर ने कहा कि लोग उन्हें किस-किस नाम से बुलाते हैं और उन्हें पाकिस्तान जाने तक के लिए कहते हैं। इस बारे में गीतकार ने कहा, "एक पक्ष मुझसे कहता है कि तुम 'काफिर' हो और तुम 'जहन्नुम' (नरक) में जाओगे और दूसरा पक्ष कहता है कि तुम जिहादी हो और तुम्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। अब अगर मेरे पास केवल यही दो ऑप्शन हैं, तो मैं नरक में जाना पसंद करूंगा।"
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