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    'बरसात की रात' से 'मुगले-आजम' तक, हिंदी सिनेमा के दुर्लभ पोस्टर्स और कलाकृतियों की ऑनलाइन नीलामी

    By Jagran NewsEdited By: Manoj Vashisth
    Updated: Mon, 14 Aug 2023 08:52 PM (IST)

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    बरसात की रात से सितारों के निजी फोटोग्राफ्स नीलामी के लिए उपलब्ध रहेंगे। फोटो- derivaz-ives

    नई दिल्ली, जेएनएन। स्वतंत्रता दिवस से पहले हिंदी सिनेमा के शौकीनों के लिए एक अच्छी खबर है। अगर सिनेमा से जुड़ी पुरानी चीजों को इकट्ठा करने का शौक है तो इसके लिए ऑनलाइन नीलामी की शुरुआत की जा रही है। 

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    'बरसात एंड भारत' शीर्षक से शुरू हो रही नीलामी का एलान deRivaz & Ives की‌ ओर से 15 अगस्त से 19 अगस्त तक किया जा रहा है।

    नीलामी में कैसे लें भाग?

    इस ऑनलाइन नीलामी में भाग लेने के लिए www.derivaz-ives.com वेबसाइट पर जाना होगा। कई जानी-मानी क्लासिक फिल्मों और फिल्मी दृश्यों से जुड़ी कलाकृतियों व स्मृति चिह्नों को यहां खरीदा जा सकता है। इस नीलामी में हिंदी सिनेमा के गोल्डन पीरियड की कई सुनहरी यादें खरीदारों के लिए मौजूद रहेंगी। 

    बरसात, शहीद के विभिन्न वर्जन, बरसात की रात, नया दौर, मदर इंडिया, मुगल-ए-आजम, दिल तेरा दीवाना समेत तमाम फिल्मों की सामग्री उपलब्ध रहेगी। 

    एक विशेष श्रेणी के तहत मनोज कुमार की फिल्मों से जुड़ी सामाग्रियों को नीलाम किया जाएगा तो वहीं एमएफ हुसैन द्वारा मुगल-ए-आजम, इकबाल, देवदास, मीनाक्षी और गजगामिनी की कलाकृतियों पर भी विशेष तौर पर फोकस किया गया है।

    इस नीलामी में सुनील दत्त, वहीदा रहमान, किशोर कुमार, मधुमती, प्रेम धवन आदि कलाकरों के 30 से ज्यादा लैटिन फोटोग्राफिक प्रिंट्स उपलब्ध हैं। यह उन दिनों की तस्वीरें हैं, जब उपरोक्त सभी कलाकार साल 1960 के दशक में सरहद पर देश की रक्षा करने वाले जवानों का मनोरंजन करने गये थे।

    सिनेमा का आर्टिफैक्ट्स के बाजार का विस्तार 

    deRivaz & Ives द्वारा 'बरसात एंड भारत' पहल को लेकर नेविल तुली कहते हैं- "इस नीलामी के जरिए हिंदी फिल्मों से जुड़े स्मृति चिह्नों का बाजार तैयार करने की कोशिश की जा रही है। उल्लेखनीय है कि 80वें साल में सत्यजीत रे और अमिताभ बच्चन से जुड़ी नीलामी और 100वें वर्ष में राजकपूर और देव आनंद संबंधित स्मृति चिह्नों की नीलामी का सिलसिला अगले कुछ हफ्तों में शुरू कर दिया जाएगा।

    इसी के साथ हिंदी सिनेमा की लोकप्रिय अभिनेत्रियों से संबंधित सामग्री की नीलामी की प्रक्रिया की भी शुरुआत कर दी जाएगी। नेविल बताते हैं कि दुनिया की तुलना में भारतीय कला और फिल्म संबंधित स्मृति चिह्नों के बाजार में भारत की हिस्सेदारी महज एक फिसदी है। नेविल तुली deRivaz & Ives के मुख्य मेंटॉर भी हैं और पिछले कई सालों से नीलामी के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित शख्सियत के तौर पर जाने जाते हैं।