Saaransh के शूट से 10 दिन पहले इस एक्टर ने अनुपम खेर से छीन ली थी फिल्म, गुस्से में महेश भट्ट को दिया था श्राप
अनुपम खेर की पहली फिल्म सारांश (Anupam Kher Debut Movie Saaransh) को 40 साल हो गये हैं। साल 1984 में आई फिल्म का ऑस्कर में भी अपनी जगह बना चुकी है। मगर क्या आप जानते हैं कि महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) के निर्देशन में बनी फिल्म से पहले अनुपम खेर को निकाल दिया गया था। जी हां उनकी जगह किसी और को कास्ट कर लिया गया था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली। 40 Years of Saaransh: अनुपम खेर आज हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेताओं में शुमार हैं। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पढ़ाई करने वाले अनुपम को फिल्मों में एंट्री मिली 'सारांश' (Saaransh) से और किस्मत देखिए, पहली ही फिल्म से वह बॉलीवुड में छा गये। उनकी फिल्म ने भारत में अच्छा परफॉर्म तो किया ही, इसकी सफलता की गूंज विदेशों में भी दिखी।
'सारांश' एक रिटायर्ड बूढ़े हेडमास्टर प्रधान की कहानी है, जो अपने इकलौते बेटे को खोने के बाद अंदर से एकदम टूट जाता है और सुसाइड करने का मन बना लेता है। बेटे के निधन के बाद उसका और उसकी पत्नी का गुजारा करना भी मुश्किल हो जाता है। फिर वह एक लड़की को कमरा किराये पर देता है और तभी उसकी जिंदगी एक बुरा मोड़ लेकर आती है। फिल्म में रिटायर्ड हेडमास्टर का किरदार अनुपम खेर ने निभाया था।
अनुपम खेर को कर दिया गया था रिप्लेस
मात्र 28 साल की उम्र में अनुपम खेर ने एक बूढ़े शख्स का किरदार निभाया था। करियर के शुरुआती दौर में हर कलाकार यंग रोल प्ले करने की इच्छा रखता है, लेकिन पहली फिल्म में बूढ़े शख्स का किरदार निभाने में अनुपम नहीं हिचकिचाये।
उन्होंने इस किरदार में उतरने के लिए 6 महीने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन शूट से ठीक 10 दिन पहले उन्हें मूवी से निकाल दिया गया था और उनको फिल्म से निकालकर बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) को मेन लीड में कास्ट कर लिया गया था। ANI को दिए इंटरव्यू में अनुपम खेर ने कहा था-
मुझे लगता है कि उस समय महेश भट्ट एक जर्नी से गुजर रहे थे। अर्थ बनाने के बाद वह अगली यह फिल्म बनाना चाहते थे। मुझे शूट से ठीक 10 दिन पहले फिल्म से निकाल दिया गया था और संजीव कुमार ने मुझे रिप्लेस कर दिया था। मुझ में प्रतिशोध की भावना आ गई थी।
6 महीने तक बूढ़ा बनने की थी तैयारी
अनुपम खेर को फिल्म से निकालने की सबसे बड़ी वजह उनका न्यूकमर होना था। 6 महीने पहले से मेहनत करने वाले अनुपम को जब पता चला कि उन्हें निकाल दिया गया है तो वह इतने निराश हुए थे कि वह महेश भट्ट से लड़ पड़े थे। अभिनेता ने कहा था-
मैं 6 महीने से बूढ़े आदमी का किरदार निभाने की तैयारी और रिहर्सल कर रहा था। मैं धोती-कुर्ता पहना करता था। बूढ़े लोगों को ऑब्जर्व करता था। मैं लकड़ी पकड़कर चलता था। हम 1 जनवरी को शूट शुरू करने वाले थे और 20 दिसंबर को मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि उसने राजश्री प्रोडक्शंस में अफवाह सुनी है कि मैं यह फिल्म नहीं कर रहा हूं।
सारांश के लिए महेश भट्ट से लड़ पड़े थे अनुपम खेर
फिल्म से बिना बताये निकालने से अनुपम खेर बहुत दुखी थे। उन्हें महसूस हो रहा था कि उन्हें धोखा मिला है। इस वजह से वह अपना बोरिया-बिस्तर बांधकर मुंबई छोड़ने जा रहे थे, लेकिन जाने से पहले उन्होंने महेश भट्ट से आखिरी मुलाकात की। उन्होंने कहा-
मैं कैब लेकर उनके घर गया। उन्होंने न्यूज को सीरियस लेने के लिए मेरी प्रशंसा की। मैंने उनसे खिड़की से बाहर कार की ओर देखने के लिए कहा, जहां मेरा सामान रखा हुआ था। मैंने कहा कि जाने से पहले मैं उन्हें बताना चाहता था कि वह कितने धोखेबाज हैं। मैं अपना आखिरी स्टेटमेंट देना चाहता था। मैं एक ब्राह्मण होने के नाते उन्हें श्राप दे रहा था।
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एक हफ्ते के अंदर साइन कीं 57 फिल्में
अनुपम खेर की ये बातें सुनकर महेश भट्ट इस कदर इम्प्रेस हुए कि उन्होंने तुरंत राजश्री प्रोडक्शंस को कॉल किया और साफ कह दिया कि वह सिर्फ अनुपम के साथ ही यह फिल्म करेंगे। बता दें कि 'सारांश' के बाद मात्र एक हफ्ते के अंदर अभिनेता ने 57 फिल्में साइन की थीं। कई लोगों ने उन्हें यह किरदार करने से मना किया था, लेकिन उन्होंने अपने दिल की सुनी और सिनेमा में छा गये।
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