UP Election result: विधानसभा में जाने को तैयार 143 दागी विधायक
उत्तर प्रदेश विधानसभा के गठन में एक तिहाई से ज्यादा दागियों की भूमिका रहेगी। इस बार 143 आपराधिक मुकदमों वाले विधायक विधानसभा में जाने को तैयार बैठे हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश विधानसभा के गठन में एक तिहाई से ज्यादा दागी उम्मीदवारों की भी भूमिका रहेगी। इस बार 143 विधायकों ने खुद पर आपराधिक मुकदमों का ब्यौरा दिया है। जीतकर आए विधायकों में 107 पर गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। आठ विधायकों पर हत्या, 34 पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है। यह करीब 36 प्रतिशत है। हालांकि 2012 के मुकाबले दागियों की संख्या कम है। तब 189 यानी 47 फीसद दागी चुने गये थे। भाजपा में सबसे ज्यादा 14 विधायक दागी है।
कोई दल दागियों से अछूता नहीं
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स (एडीआर) ने विधायकों के हलफनामे को आधार बनाकर यह रिपोर्ट जारी की है। किसी न किसी समीकरण के चलते दागी और बाहुबली जनता की पसंद बनकर विधानसभा में पहुंचते रहे हैं। भाजपा के धामपुर विधायक अशोक कुमार राना पर महिला उत्पीडऩ संबंधित मुकदमा दर्ज है। आपराधिक मुकदमों वाले विधायकों में सबसे बड़ा नाम मुख्तार अंसारी का है। उन पर कुल 16 मुकदमे दर्ज हैं। मुख्तार के बाद दूसरा बड़ा आपराधिक नाम भदोही के ज्ञानपुर से जीते विजय कुमार मिश्रा का है। इन पर भी 16 मुकदमे दर्ज हैं। धौलाना के बसपा विधायक असलम अली पर 10 मामले दर्ज हैं। कोई दल दागियों से अछूता नहीं है। भाजपा में 14, सपा में पांच, बसपा में एक, कांग्रेस में तीन और तीन निर्दलीय विधायकों पर मुकदमे दर्ज हैं। भाजपा के 11 विधायकों पर गंभीर मुकदमे हैं जबकि सपा के चार, बसपा के एक, कांग्रेस और निर्दलीय तीन-तीन विधायकों तथा निषाद दल के एक विधायक पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है।
322 करोड़पति विधायक, औसत संपत्ति 5.92 करोड़
इस बार जीते विधायकों में 322 यानी 80 फीसद करोड़पति हैं। इन विधायकों की औसत संपत्ति पांच करोड़ 92 लाख है। 61 विधायकों के पास दस करोड़ से अधिक, 65 विधायकों के पास पांच करोड़ से 10 करोड़, 196 विधायकों के पास एक करोड़ से पांच करोड़ और 63 विधायकों के पास दस लाख से एक करोड़ रुपये की संपत्ति है। 17 विधायक ऐसे हैं जो करीब 20 लाख की संपत्ति के मालिक हैं। भाजपा के 246, सपा 39, बसपा के 18, अपना दल के सात, कांग्रेस के पांच और निर्दलीय तीनों विधायक करोड़पति हैं।
जमाली और विनय सबसे बड़े करोड़पति
एडीआर के मुताबिक बसपा से मुबारकपुर से जीते शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली नंबर एक, चिल्लूपार के बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी नंबर दो और बाह की भाजपा विधायक रानी पक्षालिका सिंह तीसरे नंबर की करोड़पति हैं। जमाली के पास 118 करोड़, विनय शंकर के पास 67 करोड़ और पक्षालिका के पास 58 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। कुशीनगर के तमकुही राज से जीते कांग्रेस विधायक अजय कुमार लल्लू की संपत्ति सबसे कम है। उनके पास सिर्फ तीन लाख है। बलिया के बिल्थरारोड के भाजपा विधायक धनंजय के पास 3.77 लाख और हमीरपुर के राठ की भाजपा विधायक मनीषा के पास छह लाख की संपत्ति है। भाजपा के 39, सपा के 18 और बसपा के पांच विधायक करोड़पति हैं। कांगे्रस के तीन और तीन निर्दलीय भी करोड़पति हैं। चुने गये विधायकों में 101 विधायक ऐसे हैं जिनकी शैक्षिक योग्यता आठवीं से 12वीं तक है। 290 विधायक स्नातक और इससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता रखते हैं। दो विधायक निरक्षर, तीन साक्षर और 21 आठवीं, 31 दसवीं तथा 49 12वीं पास हैं। दोनों निरक्षर विधायक भाजपा के हैं।
कुशाग्र सागर सबसे कम उम्र के विधायक
इस बार जीते विधायकों में बदायूं की बिसौली सुरक्षित सीट से भाजपा से जीते कुशाग्र सागर सबसे कम उम्र के विधायक हैं। वह मात्र 25 वर्ष के हैं। जबकि कुशीनगर के फाजिलनगर से भाजपा से ही फिर जीते गंगा सिंह कुशवाहा सर्वाधिक उम्र दराज हैं। उनकी आयु 80 वर्ष है। कम उम्र के विधायकों में अतरौली के भाजपा विधायक संदीप कुमार सिंह-26, स्वार सपा विधायक मोहम्मद अब्दुल्ला आजम खान-26, बिजनौर की भाजपा विधायक सूची-27, बराहपुर के सुशांत कुमार-28, कांग्रेस की रायबरेली से अदिति सिंह-29 और कैराना के सपा विधायक नाहिद हसन-29 वर्ष के हैं।
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