मोदी समेत विशिष्ट मेहमानों के स्वागत की तैयार हो रहा यूपी
भाजपा के मुख्यमंत्री का नाम और शपथ ग्रहण की तारीख तय नहीं है फिर भी नई सरकार की अगवानी की तैयारियां तेज हैं। इसमें पीएम मोदी के आने की उम्मीद है।
लखनऊ (जेएनएन)। भाजपा की नई सरकार के मुख्यमंत्री का नाम और शपथ ग्रहण की तारीख अब तक तय नहीं है फिर भी अफसरों ने सरकार की अगवानी की तैयारियां तेज कर दी हैं। शपथ ग्रहण समारोह भव्य होने के संकेत दिखाई देने लगे हैं। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत तीन दर्जन से अधिक अति विशिष्ट मेहमानों के आने की उम्मीद है। ऐसे में उनकी सुरक्षा के भी मुकम्मल इंतजाम किये जा रहे हैं। शासन और पुलिस महकमे ने यातायात प्रबंधन और भव्य पंडाल की दृष्टि से अपनी तैयारी पूरी कर ली है। कांशीराम स्मृति उपवन या लामार्ट मैदान में शपथ ग्रहण की ज्यादा उम्मीद है। केडी सिंह बाबू स्टेडियम में भी संभावनाएं तलाशी गयी लेकिन वहां मेट्रो का निर्माण होने से यातायात की असुविधा और अन्य वजहों से बात नहीं बन पा रही है। कुछ अन्य प्रमुख स्थलों को भी चिन्हित किया गया है। प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा, डीजीपी जावीद अहमद और एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी शपथ ग्रहण की तैयारियों में जुटे हैं। अफसरों का कहना है कि अभी तक अधिकृत कार्यक्रम नहीं आया है लेकिन, बाकी तैयारियां पूरी की जा रही हैं।
कई मुख्यमंत्री होंगे शामिल
भाजपा उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक विजयश्री के जश्न में अपने अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी शामिल करना चाहती है। 16 राज्यों में भाजपा गठबंधन की सरकार है। जाहिर है कि भाजपा शासित गुजरात, हरियाणा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश, असम, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, नगालैंड, गोवा और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों को शपथ ग्रहण का न्यौता जाएगा। इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कुछ अन्य प्रमुख लोगों को भी आमंत्रित किया जा सकता है। विधानसभा चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाने वाले केन्द्रीय मंत्रियों का आना लगभग तय हैं। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में इतने अति विशिष्ट मेहमानों के आने से समारोह की भव्यता होगी। इसी हिसाब से सुरक्षा के भी इंतजाम किये जा रहे हैं।
समारोह के लिए 20 कंपनी केन्द्रीय बल
शपथ ग्रहण के लिए 20 कंपनी केन्द्रीय अद्र्ध सैनिक बल का आवंटन हुआ है। वीआइपी सुरक्षा, यातायात और अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए 20 कंपनी पीएसी भी समारोह के लिए आरक्षित की गयी है। एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी का कहना है कि सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त रहेंगे। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त फोर्स लगाई जाएगी। भाजपा नेता भी अभी समारोह को लेकर अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं। हालांकि संगठन से जुड़े लोग बूथों तक आमंत्रण भेजने के पक्षधर हैं। एक लाख 40 हजार बूथों पर भाजपा ने अपना संगठन खड़ा किया है और प्रचंड बहुमत में उनके महत्वपूर्ण योगदान को नकारा नहीं जा सकता है।
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