Lok Sabha Election 2024: दूसरे चरण में ये हैं दागी प्रत्याशी; घरेलू हिंसा-दुष्कर्म समेत कई मामलों में आरोपी; किस पर दर्ज हैं सबसे अधिक केस?
Lok Sabha Election Phase 2 लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल की सुबह शुरू हो चुका है। कुल 1206 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें से 1192 प्रत्याशियों के शपथ पत्रों का एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और नेशनल इलेक्शन वॉच ने विश्लेषण किया। इस दौरान कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। 21 प्रत्याशियों पर भड़काऊ भाषण के मामले दर्ज हैं।
चुनाव डेस्क, नई दिल्ली। दूसरे चरण में 13 राज्यों की कुल 88 लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल की सुबह मतदान शुरू हो चुका है। दूसरे चरण में चुनाव मैदान में उतरे 1192 प्रत्याशियों के शपथ पत्रों का एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और नेशनल इलेक्शन वॉच ने विश्लेषण किया है। 1192 में से 250 (21%) प्रत्याशियों ने अपने ऊपर आपराधिक केस दर्ज होने की बात मानी है।
किसी पर हत्या तो किसी पर दुष्कर्म का मामला
दूसरे चरण के 167 (14%) प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। वहीं केरल के तीन प्रत्याशियों पर सबसे अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरे चरण के 32 प्रत्याशियों ने अपने ऊपर दोषसिद्ध के मामले की घोषणा की है। तीन प्रत्याशियों पर हत्या और 24 प्रत्याशियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले दर्ज हैं।
25 प्रत्याशियों पर महिलाओं से अत्याचार और एक उम्मीदवार पर दुष्कर्म का मामला दर्ज है। इन सबके अलावा 21 प्रत्याशियों पर भड़काऊ भाषण देने के मामले हैं। केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर राहुल गांधी के खिलाफ उतरे भाजपा प्रत्याशी के. सुरेंद्रन के ऊपर सबसे अधिक 243 मामले दर्ज हैं।
- 250 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले
- 167 प्रत्याशियों पर गंभीर अपराध के केस
- 21 प्रत्याशियों पर भड़काऊ भाषण के मामले
इन पर सबसे ज्यादा आपराधिक मामले
प्रत्याशी | लोकसभा क्षेत्र | दल | कुल मामले | गंभीर मामले |
के. सुरेंद्रन | वायनाड | भाजपा | 243 | 139 |
डॉ. केएस राधाकृष्णन | एर्नाकुलम | भाजपा | 211 | 05 |
डीन कुरियाकोस | इडुक्की | कांग्रेस | 88 | 23 |
किस दल के कितने प्रत्याशियों पर आपराधिक केस
कांग्रेस के 68 में से 35 (51%) और भाजपा के 69 में से 31 (45 %) प्रत्याशियों पर आपराधिक केस हैं। सीपीआई के पांच उम्मीदवार हैं। सभी पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सपा के चार में से चार (100 %), सीपीआई (एम) के 18 में से 14 (78%) शिवसेना के तीन में से दो (67 %), शिवसेना ( उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के चार में से दो (50 प्रतिशत) और जेडीयू के पांच में से दो (40 %) प्रत्याशियों पर आपराधिक केस हैं।
भाजपा के 69 में से 21, कांग्रेस के 68 में से 22, सपा के चार में से दो, सीपीआई के पांच में से तीन, सीपीआई (एम) के 18 में से सात, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के चार में से एक और जेडीयू के पांच में से एक उम्मीदवार पर गंभीर आपराधिक मामले दर्द हैं।
533 प्रत्याशी 5वीं से 12वीं तक पढ़े
दूसरे चरण में 533 (45%) प्रत्याशी पांचवीं से 12वीं तक पढ़े हैं। वहीं 574 (48%) प्रत्याशी स्नातक और इससे ज्यादा पढ़े-लिखे हैं। तीन प्रत्याशियों ने अपनी शैक्षिक योग्यता की घोषणा नहीं की है। 37 प्रत्याशी साक्षर और आठ असाक्षर हैं। वहीं 37 प्रत्याशी डिप्लोमा धारक हैं।
100 महिला प्रत्याशी भी मैदान में
दूसरे चरण में दो प्रत्याशियों की उम्र 80 साल से अधिक है। 578 (48%) प्रत्याशियों की उम्र 41 से 60 वर्ष के बीच है। वहीं 25 से 40 वर्ष के 363 (30%) प्रत्याशी चुनाव में उतरे हैं। 249 (21 %) प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी उम्र 61 से 80 वर्ष के बीच है। दूसरे चरण में 100 (8%) महिला प्रत्याशी भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
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