पीएम मोदी बोले- मुझे डर लगता है, सवा सौ करोड़ लोगों को चोट लगने से डरता हूं...
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सुरक्षा जैसे मुद्दों पर घोषणापत्र में ऐसी बात कर रही है। देश की सेना को इतना जलील करें बलात्कार के आरोप वाली बातें करें ऐसा उन्हें शोभा देता है क्या?
नई दिल्ली, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र को निराशाजनक बताया है। एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस देशद्रोह का कानून हटाने की बात कर रही है, लेकिन कानून होगा ही नहीं, तो फिर करेंगे क्या? इसके अलावा उन्होंने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी से गठबंधन, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और आतंकवाद से जुड़े कई सवालों का जवाब दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ ऐसे कड़े फैसले लिए, जिनके कारण वह विरोधियों के निशाने पर रहते हैं। ऐसे में जब उनसे पूछा गया कि क्या उनका डर नहीं लगता है? इस पर उन्होंने कहा, 'मुझे डर लगता है। ईश्वर से मुझे डर लगता है। देश के सवा सौ करोड़ लोगों को चोट लगने से डरता हूं...।'
ये भी पढ़ें - पाकिस्तान को एक और झटका, अब UAE देगा पीएम मोदी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
पीएम मोदी ने कहा, 'आज देश को पहली बार पता चला है कि कांग्रेस की सोच वाली सरकार और बिन कांग्रेस की सोच वाली सरकार में क्या अन्तर है। कांग्रेस जैसी पार्टी राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर घोषणापत्र में ऐसी बात कर रही है। देश की सेना को इतना जलील करें, बलात्कार के आरोप वाली बातें करें, ऐसा उन्हें शोभा देता है क्या? हम ऐसा हिन्दुस्तान चाहते हैं, जिसमें AFSPA हो ही ना, लेकिन उससे पहले उस स्थिति का निर्माण तो किया जाना चाहिए, जिससे इसकी आवश्यकता ही ना पड़े। कांग्रेस ने 60 साल से भी अधिक साल तक देश पर राज किया है, उनके पास अनुभवी नेता हैं, सरकार की बारीकियों को जानते हैं। ऐसे समय में कांग्रेस से एक मैच्योर घोषणापत्र की अपेक्षा होना बहुत स्वाभाविक है। हालांकि, उन्होंने सबको निराश किया है।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग राष्ट्रद्रोह की प्रवृत्ति करते हैं उन पर राजद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज पाकिस्तान जिस प्रकार से घटनाएं कर रहा है, जो अलगाववादी भाषा बोलते हैं, जो पाकिस्तान स्पॉन्सर्ड भाषा है। उस भाषा की अगर कांग्रेस घोषणापत्र में बू आती है, तो देश के सुरक्षाबलों के जवानों को आप कितना डिमोरलाइज कर रहे हैं?
ये भी पढ़ें - परिवहन मंत्री ने कहा, देश ने पीएम मोदी को फिर से बागडोर सौंपने का मन बना लिया है
पीएम मोदी ने कहा, 'मैं और अटल बिहारी वाजपेयी दो ही प्रधानमंत्री ऐसे रहे जो कांग्रेस गोत्र से नहीं हैं। इसलिए हम बाकी प्रधानमंत्रियों से अलग हैं और हमारे काम करने का तारीका भी अलग है। देश ने अनुभव किया है कि एक प्रधानमंत्री लगातार काम करता रहे, कोई सवाल नहीं करता, एक प्रधानमंत्री सिर्फ और सिर्फ देश के लिए लगा रहे और कोई सवाल नहीं करता।'
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार ने 60 महीनों में वो काम करके दिखाया है जो इससे पहले कभी नहीं हुआ। इसका पूरा श्रेय जनता को जाता है, जिन्होंने मुझ पर और मेरी सरकार पर भरोसा दिखाया। इससे पहले लोगों को सरकारों से कोई उम्मीद नहीं होती थी। लोग सोचते थे कि कुछ नहीं होना वाला, लेकिन यह पहली सरकार रही, जिससे लोगों को बहुत ज्यादा उम्मीदें थीं। हमने मिशन मोड में काम किया। कुछ सख्त फैसले भी लिए। यही कारण है कि मैं अभी पूरे देश में देश के मतदाताओं को धन्यवाद करने का प्रयास कर रहा हूं।
जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ भाजपा के गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि देखिए, हमने चलाने की कोशिश की और कई अच्छे काम भी किए, लेकिन मुफ्ती साहब चले गए, अब महबूबा जी के साथ काम करना था। महबूबा जी का एक अलग काम करने का तरीका था। अब मुद्दा एक बड़ा महत्वपूर्ण आया, जिसके कारण ब्रेक हुआ, हमारा स्पष्ट मत था कि जम्मू कश्मीर में स्थानीय निकायों के चुनाव होने चाहिए, पंचायत के, नगरपालिका के और वहां की जनता को अपना कारोबार चलाने का हक देना चाहिए।
भारत-पाकिस्तान के लगातार बिड़गते संबंधों पर पीएम मोदी ने कहा कि अभी तक हमने दुनिया के कई नेताओं से पूछा है और अनुभव किया कि एक बहुत बड़ी मुश्किल है दुनिया के लोगों की कि पाकिस्तान में आखिर पता ही नहीं चलता है कि देश कौन चलाता है। लोगों द्वारा चुनी हुई सरकार चलाती है? सेना चलाती है? ISI चलाती है या जो लोग पाकिस्तान से भागकर विदेशों में बैठे हैं वो चला रहे हैं? इसलिए हर किसी के लिए ये बड़ा चिंता का विषय है कि किससे बात करें?