Delhi Assembly Election 2020: जानें- मॉडल टाउन विधानसभा सीट का इतिहास
मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में आता है जो उत्तरी दिल्ली का पॉश इलाका है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में आता है, जो उत्तरी दिल्ली का पॉश इलाका है। यह तीन भागों मॉडल टाउन 1ए, मॉडल टाउन 2 और मॉडल टाउन 3 में बंटा है। 1993 में भाजपा के चरती लाल गोयल और 1998 से 2008 तक कांग्रेस के कंवर करन सिंह ने इस सीट से जीते हैं। वर्तमान में आप के अखिलेश पति त्रिपाठी यहां से विधायक हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव (2015) के आंकड़े
अखिलेश पति त्रिपाठी (आप) विजयी
विवेक गर्ग (भाजपा)
क्षेत्र की विशेषता
उत्तरी दिल्ली में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र अलीपुर रोड से जुड़ी हुई है। वर्ष 1950 में डीएलएफ द्वारा इसे बसाया गया था। जोकि दिल्ली की पहली किसी निजी कंपनी द्वारा बसाया गया इलाका था। मॉडल टाउन काफी बड़ा क्षेत्र है जोकि ब्लॉक व कॉलोनियों में विभाजित है। इसके साथ ही तीन प्रशासनिक खंडों में बटा हुआ है। जोकि उत्तर-पश्चिमी जिला, सरस्वती विहार व नरेला है। यहां से नजदीकी मेट्रो स्टेशन आजादपुर व मॉडल टाउन है।
जनता की राय
स्थानीय निवासी योगेश चड्ढा ने कहा कि मॉडल टाउन में विकास के अनेकों काम किए गए। कॉलोनियों में भी लोगों को काफी सुविधाएं मिली हैं। यहां पर वर्षो से नालियों की हालत जर्जर थी। पिछले पांच वर्षो में इन गलियों की हालत में सुधार आया है। यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए गए हैं।
वहीं मनप्रीत सिंह ने बताया कि मॉडल टाउन जर्जर सड़कों का निर्माण हुआ है। जिससे जनता को सहूलियत हुई है। वहीं, सीवर लाइन के कार्य से भी लोगों को राहत मिली है। पहले यहां पर आए दिए सीवर ओवरफ्लो की समस्या देखने को मिलती थी।
स्थानीय निवासी सवित्री ने कहा कि पिछले पांच साल में क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाएं लागू की गईं। जिसका हमें फायदा भी मिला है। सीवर की भी समस्या खत्म हुई है। पहले यहां कई कई दिनों तक लोगों के घरों में पानी नहीं आता था अब इस समस्या का समाधान हो गया है।
निर्भय नरूला का कहना है कि मौजूदा विधायक ने इलाके के विकास पर पूरा जोर दिया है। जो काम नगर निगम के द्वारा होने थे उन्हें भी विधायक के द्वारा किया गया है। यही कारण है कि पिछले पांच सालों में इस क्षेत्र की हालत में सुधार हुआ है। विकास की रफ्तार से जनता को सीधे फायदा पहुंचा है।
प्रमुख मुद्दे
कुछ जगहों पर जर्जर सड़कों की भी समस्या है। लोगों ने बताया कि कुछ सड़कों के गड्ढों को पैचिंग कर भर दिया गया है, लेकिन वाहनों के दबाव के कारण पैचिंग ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाती है। यहां गड्ढे भरने के बजाय सड़कों का नए सिरे से निर्माण करना चाहिए।
यहां पर सीवर लाइन की भी व्यवस्था खराब है। कुछ इलाकों में वर्षों से सीवर लाइन नहीं बदली है। यही कारण है कि यहां पर हल्की सी बरसात में ही लोगों की दुकानों व घरों में पानी घुस जाता है।
यहां के कई प्रमुख मार्गों पर अतिक्रमण की समस्या भी देखने को मिल जाएगी। वहीं, कई जगहों पर प्रमुख मार्गों से लेकर गलियों तक अतिक्रमण फैला है। इस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अतिक्रमण करने वालों ने सड़क पर ही अपने स्थायी ठिये बना लिए हैं। जोकि वर्षों से यहां पर डटे हुए हैं।