Dargah Tragedy : कमरे में दाखिल होने ही वाली थी तभी भरभरा कर गिर पड़ी दीवार और छत... बाल-बाल बची गीता
निजामुद्दीन की दरगाह पत्ते वाली में शुक्रवार को बारिश के बीच एक कमरे की छत और दीवार गिर गई। हादसे में कई लोग मलबे तले दब गए। गीता इस हादसे में बाल-बाल बची। उसे दरगाह के कमरे में जाने के लिए अपना पैर बढ़ाया ही था कि तभी दीवार और छत गिर गए। उसके पैर मलबे में दब गए थे।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। निजामुद्दीन स्थित दरगाह पत्ते वाली में लोग दुआ पढ़ने और माथा टेकने आते हैं। शुक्रवार की वजह से भीड़ ज्यादा थी, तभी वर्षा होने लगी तो लोग दरगाह में बने कमरों में चले गए तभी अचानक से जोरदार आवाज हुई और चीख पुकार मच गई।
कुछ समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ। जब होश आया तो देखा कि कमरे की दीवार व छत गिर गई थी, जिसके नीचे लोग दबे हुए थे। बदरपुर से आई गीता इस हादसे में बाल-बाल बच गई। हादसे के समय वह कमरे में दाखिल हो रही थी, तभी यह हादसा हो गया।
गीता ने बताया कि हादसे के बाद उनके पैर भी मलबे में दबे हुए थे। इस दौरान वहां कुछ लोग पहुंच गए और उन्हें मदद कर उन्हें मलबे से बाहर निकाला। इनमें से कुछ की हालत तो बहुत गंभीर थी। उसके बाद क्या हुआ मुझे नहीं पता।
वहां सुरक्षा में तैनात निजी सुरक्षाकर्मी विशाल, पंकज और निर्मल कुमार ने बताया कि दीवार गिरने पर उन्हें जोरदार आवाज सुनाई दी। इस पर वे लोग दरगाह के पास पहुंचे तो देखा कि मलबे में लोग दबे हुए हैं। उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दी।
कुछ ही देर में पुलिस की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गई और मलबे में दबे लोगों को निकालने शुरू कर दिया। चार घायलों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया। उसके बाद एनडीआरएफ की टीमें वहां पहुंच गई थीं।
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