दिल्ली में इमारत गिरने के मामले में लापरवाहों पर आएगी 'शामत', जानें पुलिस ने क्या उठाया कदम?
हादसे में जान गंवाने वालों में बिल्डिंग मालिक अब्दुल मतलूब (50) उनकी पत्नी राबिया (46) बेटे जावेद (23) और अब्दुल्ला (15) बेटी जुबिया (27) और दो साल की पोती फौजिया शामिल हैं। सभी के शव मलबे से निकालकर जीटीबी अस्पताल भेजे गए। वहीं जनता कॉलोनी में शनिवार सुबह जो हादसा हुआ था। वहां अभी बहुत मलबा पड़ा हुआ है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के वेलकम इलाके में शनिवार सुबह चार मंजिला इमारत गिरने से एक ही परिवार के छह सदस्यों की मौत हो गई, जबकि आठ लोग घायल हो गए। हादसे के बाद दिल्ली पुलिस ने लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक बिल्डिंग गिरने की जांच कई पहलुओं से की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि लापरवाही के तहत भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। हादसे की वजह पता लगाने के लिए कई जांच टीमें बनाई गई हैं।
मलबे से निकाले गए शव, मृतकों में मासूम बच्ची भी शामिल
हादसे में जान गंवाने वालों में बिल्डिंग मालिक अब्दुल मतलूब (50), उनकी पत्नी राबिया (46), बेटे जावेद (23) और अब्दुल्ला (15), बेटी जुबिया (27) और दो साल की पोती फौजिया शामिल हैं। सभी के शव मलबे से निकालकर जीटीबी अस्पताल भेजे गए। वहीं, जनता कॉलोनी में शनिवार सुबह जो हादसा हुआ था। वहां अभी बहुत मलबा पड़ा हुआ है। रविवार की सुबह के वक़्त निगम कर्मचारियों ने हाथ से थोड़ा मलबा उठाया था। हादसे में क्षतिग्रस्त हुए खंभे को बीएसईएस ने बदल दिया है।
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परिवार हाल ही में इस बिल्डिंग में शिफ्ट हुआ था
बताया गया है कि मृतक परिवार ड्राई क्लीनिंग का काम करता था और कुछ महीने पहले गौतमपुरी स्थित उनके पुराने घर में आग लग गई थी। इसके बाद ही वे इस 20 साल पुरानी इमारत में शिफ्ट हुए थे। हादसे से इलाके में शोक की लहर है।
आठ लोग घायल, समय रहते बचाई गई जान
हादसे में मतलूब के बेटे परवेज (32), नावेद (19), परवेज की पत्नी सीजा और उनका एक साल का बेटा अहमद भी घायल हुए हैं। इसके अलावा पास में रहने वाले चार अन्य लोग भी मलबे में दबने से जख्मी हुए हैं। सभी घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस ने दर्ज किया FIR, कई टीमें जांच में जुटीं
दिल्ली पुलिस ने बताया कि लापरवाही के तहत भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। हादसे की वजह पता लगाने के लिए कई जांच टीमें बनाई गई हैं। पुलिस अफसरों के मुताबिक बिल्डिंग की स्थिति, निर्माण सामग्री और मालिक की जिम्मेदारी समेत हर पहलू से जांच होगी।
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फायर ब्रिगेड और NDRF ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
सुबह-सुबह हादसा होते ही इलाके के लोग, जो मॉर्निंग वॉक पर निकले थे, सबसे पहले मदद के लिए दौड़े। इसके बाद फायर ब्रिगेड की सात गाड़ियां और NDRF की टीम मौके पर पहुंची। मलबा हटाने और दबे लोगों को बाहर निकालने के लिए कई घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला।
ग्राउंड फ्लोर पर था आंगनवाड़ी, हादसे के वक्त बंद था
गनीमत रही कि बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर चल रहा आंगनवाड़ी सेंटर हादसे के वक्त बंद था, वरना मृतकों की संख्या और बढ़ सकती थी। फिलहाल इलाके में बिल्डिंग सुरक्षा को लेकर लोग डरे हुए हैं।
हादसे की जांच जारी, जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई
पुलिस ने कहा है कि हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इलाके के अन्य पुराने भवनों की भी जांच शुरू कर दी गई है ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके।
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