Move to Jagran APP

Kanjhawala Case: 'पता था अंजलि कार के नीचे फंसी है', आरोपियों ने कबूला; बताया क्या थी U-टर्न लेने की मंशा

Delhi Kanjhawala Death Case सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र के कंझावला की घटना के मामले में पुलिस की जांच लगभग पूरी होने पर है। आरोपितों ने पूछताछ में यह कुबूल कर लिया है कि स्कूटी को टक्कर मारते ही उन्हें पता लग गया था कि एक युवती कार के नीचे फंस गई।

By Rakesh Kumar SinghEdited By: GeetarjunPublished: Sun, 08 Jan 2023 08:49 PM (IST)Updated: Sun, 08 Jan 2023 08:49 PM (IST)
'पता था अंजलि कार के नीचे फंसी है', आरोपियों ने कबूला; बताया क्या थी कई बार U-टर्न लेने की मंशा

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र के कंझावला की घटना के मामले में पुलिस की जांच लगभग पूरी होने पर है। आरोपितों ने पूछताछ में यह कुबूल कर लिया है कि एक जनवरी की तड़के ढाई बजे सुल्तानपुरी में स्कूटी को टक्कर मारते ही उन्हें पता लग गया था कि एक युवती कार के नीचे फंस गई है। इसलिए चालक ने घटनास्थल पर ही पहले कार को दो बार आगे और दो बार पीछे किया था ताकि युवती कार के नीचे से निकल जाए।

loksabha election banner

युवती के नहीं निकल पाने पर सभी घबरा गए और उन्होंने तेजी से कार लेकर दौड़ाकर वहां से भागना ही उचित समझा था। आरोपितों ने कार से बाहर आकर युवती को इसलिए नीचे से नहीं निकालना चाहा क्योंकि उन्हें डर लगने लगा था कि कहीं हाथ लगाने पर उनपर हत्या का आरोप न लग जाए। इसलिए उन्होंने हाथ नहीं लगाया।

गड्ढे वाली जगह पर जानकर लिया यू-टर्न

युवती को कार से इसलिए घसीटा गया ताकि वह अपने आप ही निकल जाए। सपाट सड़कों पर युवती के नहीं निकल पाने पर चालक बार-बार कार गड्ढे वाले रास्तों पर ले जाकर यू-टर्न ले रहे थे ताकि युवती किसी तरह निकल जाए। यू-टर्न लेने के पीछे आरोपितों की मंशा यही थी।

...तब भागकर हो गए थे फरार

करीब डेढ़-दो घंटे तक चक्कर काटने के बाद कंझावला में यू-टर्न लेने के दौरान युवती जब कार के नीचे से निकल गई तब आरोपितों को जान में जान आई और उसके बाद सभी तेज रफ्तार में मौके से भागने में कामयाब हो गए थे। अधिकतर समय आरोपित कंझावला में ही सड़कों पर कार दौड़ाते रहे और यू-टर्न लेते रहे।

ये भी पढ़ें- Kanjhawala Case: अक्सर दिल्ली से बाहर जाती रहती थीं अंजलि और निधि, MP के रीवा में हुई थी दोनों की मुलाकात

...तो इसलिए युवती को नहीं लगाया हाथ

अंजलि की मौत मामले में घटना वाली रात बलेनो कार में सवार मनोज मित्तल, मिथुन, कृष्ण व अमित खन्ना ने पूछताछ के दौरान पुलिस को दिए बयान में यह बात कुबूली है। इन चारों के अलावा दीपक खन्ना व आशुतोष अभी पुलिस रिमांड पर है। शनिवार को अंकुश को जमानत मिल गई। कार सवार आरोपितों ने पूछताछ में बताया की उन्हें डर था की कहीं युवती को गाड़ी से निकाला गया तो उनपर हत्या का केस लग जाएगा और वे बुरे फंस जाएंगे।

ये भी पढ़ें- कड़ाके की ठंड के बीच अब दिल्ली के निजी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश, 15 जनवरी तक रहेगा अवकाश

म्यूजिक बजने की बात थी झूठी

इसलिए अंजान बनकर सभी सड़कों पर कार लेकर घूमते रहे। घटना के बाद वे काफी डर गए थे। उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह कहां जाएं जब तक की युवती कार के नीचे से गिर नहीं जाए। आरोपितों ने यह भी कुबूल किया कि घटना के दौरान कार में म्यूजिक नहीं बज जा रहा था। म्यूजिक बजने की झूठी बात उन्होंने इसलिए बोली थी ताकि उससे यह साबित किया जा सके कि टक्कर के दौरान युवती के चिल्लाने की आवाज उन्हें सुनाई नहीं दी।

ये भी पढ़ें- Delhi Kanjhawala Case: जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज है उसी के अनुरूप साक्ष्य जुटाने में जुटी पुलिस

पुलिस अधिकारी का कहना है कि घटना के दौरान कार में सवार चारों आरोपितों के इकबालिया बयान जांच में सामने आए तथ्यों से मिलान कर लिया गया है। घटना की मुख्य चश्मदीद गवाह निधि ने भी कोर्ट, पुलिस व मीडिया को दिए बयान में यह बताया है कि टक्कर लगते ही आरोपितों को पता लग गया था कि कार के नीचे एक युवती फंस गई है फिर भी वे युवती को घसीटते हुए तेजी से मौके से भाग गए थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.