दिल्ली में बब्बर खालसा का एक आतंकी गिरफ्तार, पुलिस स्टेशन पर हुए ग्रेनेड हमले में शामिल, विदेश से होता था 'हैंडल'
दिल्ली पुलिस ने बब्बर खालसा से प्रभावित आतंकी करणबीर को गिरफ्तार किया जो गुरदासपुर में ग्रेनेड हमले में शामिल था। स्पेशल सेल ने उसे आर्म्स एक्ट के मामले में पकड़ा। पूछताछ में उसने हमले की बात कबूली जिसकी जांच NIA कर रही है। करणबीर विदेश में बैठे हैंडलर के संपर्क में था। NIA अब BKI के नेटवर्क और फंडिंग की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा की आतंकी विचारधारा से प्रभावित आतंकी 22 वर्षीय करणबीर उर्फ करण को गुरदासपुर से गिरफ्तार किया है। करणबीर पर अप्रैल 2025 में गुरदासपुर के बटाला में किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन पर हुए सनसनीखेज ग्रेनेड हमले में शामिल होने का आरोप है। इसके अलावा उसे दिल्ली में आर्म्स एक्ट के एक मामले में भी वांछित घोषित किया गया था।
स्पेशल सेल का ऑपरेशन
नई दिल्ली रेंज की स्पेशल सेल की टीम इंस्पेक्टर सतीश राणा और इंस्पेक्टर अशोक कुमार भदाना के नेतृत्व में एसीपी हृदय भूषण और राहुल विक्रम की निगरानी में खुफिया जानकारी के आधार पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। करणबीर अमृतसर जिले के चननके गांव का निवासी है। उसे आर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में उसने किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले में अपनी संलिप्तता स्वीकार ली है, जिसकी जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है।
आकाशदीप की गिरफ्तारी से मिला सुराग
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने 22 जुलाई 2025 को मध्य प्रदेश के इंदौर से आकाशदीप सिंह उर्फ बाज़ को गिरफ्तार किया था, जो इसी मामले में वांछित था। आकाशदीप भी किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन पर 7 अप्रैल 2025 को हुए ग्रेनेड हमले में शामिल था। हमले के बाद BKI से जुड़े हैप्पी पासिया, मन्नू अगवान और गोपी नवांशहरिया ने सोशल मीडिया पर इसकी जिम्मेदारी ली थी और दिल्ली को धमकी दी थी। आकाशदीप की पूछताछ और तकनीकी विश्लेषण से मिले सुरागों के आधार पर करणबीर की गिरफ्तारी संभव हो सकी।
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करणबीर का आतंकी कनेक्शन
करणबीर 12वीं पास है। उसने पूछताछ में खुलासा किया कि वह एक विदेश में रहने वाले हैंडलर के संपर्क में था, जो BKI के लिए संचालन करता है। यह हैंडलर सोशल मीडिया ऐप्स के जरिए उसे आतंकी गतिविधियों के लिए निर्देश देता था।
करणबीर ने 2024 में एक पश्चिम एशियाई देश की यात्रा भी की थी। उसने बताया कि उसे ग्रेनेड हमले के लिए अपने हैंडलर से पैसे मिले थे और उसने हमले से पहले दो आतंकियों को अपने घर पर ठहराया था, जिन्होंने किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन पर हमला किया। इस हमले में शामिल करणबीर का भाई गुरसेवक पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
NIA की जांच और BKI का नेटवर्क
किला लाल सिंह हमले की गंभीरता को देखते हुए मामला NIA को सौंप दिया गया है। NIA अब BKI के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क, टेरर फंडिंग और हथियारों की तस्करी की जांच कर रही है। करणबीर और आकाशदीप से पूछताछ के जरिए आतंकी मॉड्यूल के अन्य सदस्यों और स्लीपर सेल्स का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। BKI का नेटवर्क पंजाब और दिल्ली-NCR में आतंकी गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों का अलर्ट
करणबीर की गिरफ्तारी BKI के लिए एक बड़ा झटका है लेकिन संगठन का नेटवर्क अभी भी सक्रिय है। हाल ही में पंजाब पुलिस ने जालंधर और पटियाला में BKI के कई आतंकियों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से ग्रेनेड और हथियार बरामद हुए थे। सुरक्षा एजेंसियां अब विदेशी हैंडलर्स और ISI के साथ BKI के लिंक को पूरी तरह तोड़ने की कोशिश में हैं।
आगे की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस और NIA करणबीर से गहन पूछताछ कर रही हैं ताकि BKI के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके। इस गिरफ्तारी से दिल्ली और पंजाब में आतंकी गतिविधियों को रोकने में मदद मिलने की उम्मीद है। जांच अभी जारी है और जल्द ही और खुलासे होने की संभावना है। मामले में आगे जांच की जा रही है।
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