दिल्ली में लाल किले के पास बड़ा धमाका, दुकानों और गाड़ियों में लगी आग; कई लोगों के मरने की सूचना
दिल्ली के लाल किले के नजदीक एक शक्तिशाली धमाके से सनसनी फैल गई। धमाके के कारण आसपास की दुकानों को नुकसान पहुंचा है। दिल्ली पुलिस और बम निरोधक दस्ता मौके पर जांच कर रहे हैं। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, परन्तु सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। धमाके के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।

दिल्ली के लाल किले के पास धमाके की खबर।
दिल्ली में कब-कब हुए धमाके
25 मई 1996: लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट में बम विस्फोट — कम-से-कम 16 लोगों की मृत्यु।
1 अक्तूबर 1997: सदर बाजार के पास दो बम विस्फोट — लगभग 30 घायल।
10 अक्तूबर 1997: शांतिवन, कौड़िया पुल एवं किंग्सवे कैंप इलाकों में तीन विस्फोट — 1 की मृत्यु, लगभग 16 घायल।
18 अक्तूबर 1997: रानी बाग़ मार्केट में जुड़वाँ विस्फोट — 1 की मृत्यु, लगभग 23 घायल।
26 अक्तूबर 1997: करोल बाग़ मार्केट में दो विस्फोट — 1 मृत, लगभग 34 घायल।
30 नवंबर 1997: रेड फ़ोर्ट क्षेत्र में जुड़वाँ विस्फोट — 3 की मृत्यु, 70 घायल।
30 दिसंबर 1997: पंजाबी बाग़ के पास बस में विस्फोट — 4 मरे, लगभग 30 घायल।
18 जून 2000: रेड फ़ोर्ट के निकट दो शक्तिशाली विस्फोट — 2 की मृत्यु, लगभग दर्जनभर घायल।
16 मार्च 2000: सदर बाज़ार में विस्फोट — 7 घायल।
27 फरवरी 2000: पहाड़गंज में विस्फोट — 8 घायल।
14 अप्रैल 2006: जामा मस्जिद प्रांगण में दो विस्फोट — कम-से-कम 14 घायल।
22 मई 2005: लिबर्टी एवं सत्यं सिनेमा हॉल में दो विस्फोट — 1 की मृत्यु, लगभग 60 घायल।
29 अक्तूबर 2005: सारोज़िनी नगर, पहाड़गंज व गोविंदपुरी में तीन विस्फोट — लगभग 59-62 मरे, 100+ घायल।
13 सितंबर 2008: करोल बाग़ (घफ़्फ़र मार्केट), कन्नॉट प्लेस व ग्रेटर कैलाश-I में पाँच समन्वित विस्फोट — कम-से-कम 20-30 मरे, 90+ घायल।
27 सितंबर 2008: मेहरौली के फ्लावर मार्केट (सarai) में विस्फोट — 3 की मृत्यु, 23 घायल।
25 मई 2011: दिल्ली हाई कोर्ट पार्किंग में विस्फोट — कोई मृत्यु नही

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।