यूपी के Mohammed Shami कैसे बने बंगाल के हीरो? IPL में हसी जहां से हुई मुलाकात, फिर तकरार; क्रिकेट ने लौटाया सम्मान
Mohammed ShamiS Life मोहम्मद शमी ने छोटी सी उम्र में ही अपनी तेज गेंदबाजी से अपने गांव और आस-पास के क्षेत्रों में काफी प्रसिद्धि हासिल कर ली। 3 सितंबर 1990 को उत्तर प्रदेश में जन्मे शमी को अंडर-19 टीम में अपने राज्य से खेलना का मौका नहीं मिला। इसके बाद उनके कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी को कोलकाता भेज दिया। शमी ने साल 2013 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया।

जेएनएन, नई दिल्ली। Mohammed Shami'S Life। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के सहसपुर अलीनगर की मिट्टी ने नायाब हीरे को गढ़ा, जिसे दुनिया मोहम्मद शमी के नाम से जानती है। बचपन में गांव के मैदान में खेलने वाले लड़के ने लॉर्ड्स से लेकर वानखेड़े स्टेडियम तक एक ऐसा जलवा बिखेरा जिसकी पूरी पूरी दुनिया मुरीद हो गई।
छोटी सी उम्र में ही शमी ने अपनी तेज गेंदबाजी से अपने गांव और आस-पास के क्षेत्रों में काफी प्रसिद्धि हासिल कर ली। शमी की काबिलियत को देखकर उनके पिता ने उन्हें मुरादाबाद के सोनकपुर स्टेडियम में बदरुद्दीन सिद्दीकी के पास कोचिंग करने भेजा। वहां पर उन्होंने तेज गेंदबाजी की बारीकियों को सीखा।
बंगाल जाकर खुली शमी की किस्मत
3 सितंबर 1990 को उत्तर प्रदेश में जन्मे शमी को अंडर-19 टीम में अपने राज्य से खेलने का मौका नहीं मिला। इसके बाद उनके कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी ने उन्हें कोलकाता भेज दिया। बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सहायक सचिव देवव्रत दास उनकी गेंदबाजी के कायल हो गए। उन्होंने शमी को मोहन बागान क्लब भेजा। शमी ने बंगाल में खेलते हुए खूब पसीना बहाया। शमी ने भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली से भी काफी कुछ सीखा।
शमी की मेहनत आखिरकार रंग लाई और उन्हें 2010 के अक्टूबर में घरेलू क्रिकेट में खेलने का मौका मिला। इसके बाद साल 2011 में शमी ने विजय हजारे ट्रॉफी में ओडिशा के खिलाफ लिस्ट-ए-क्रिकेट में अपना डेब्यू किया। साल 2012 में शमी भारत ए टीम के लिए चुने गए।
शमी के अंतरराष्ट्रीय करियर पर एक नजर
फर्स्ट क्लास में शानदार परफॉर्मेंस करने वाले शमी को साल 2013 में टीम इंडिया की ओर से खेलने का मौका मिल गया। 6 जनवरी 2013 को दिल्ली के फिरोजशाह स्टेडियम (अरुण जेटली स्टेडियम) में पाकिस्तान के खिलाफ शमी ने अपना पहला वनडे मैच खेला।
इस मैच में उन्होंने 9 ओवर में सिर्फ 23 रन देकर 1 विकेट हासिल किए। इसके बाद साल 2014 के एशिया कप में शमी वनडे में सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले टीम इंडिया के दूसरे गेंदबाज बने।
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बात करें टेस्ट की तो शमी को 6 नवंबर 2013 को कोलकाता के ईडन गार्डन में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला। उन्होंने अपने पहले टेस्ट मैच में 9 विकेट हासिल किए। वहीं, 21 मार्च 2014 को बांग्लादेश के ढाका में पाकिस्तान के खिलाफ शमी ने अपना पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेला।
आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स टीम ने उन्हें सिलेक्ट किया। साल 2013 में उन्होंने केकेआर के साथ खेलते हुए आईपीएल में अपना डेब्यू किया। साल 2014 में उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स ने 4.25 करोड़ रुपये में खरीदा।
चीयरलीडर्स को दे बैठे दिल
साल 2011 में आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) की ओर से खेल रहे मोहम्मद शमी की नजदीकियां केकेआर की एक चीयरलीडर्स और मॉडल हसीन जहां के साथ बढ़ने लगी। दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। साल 2014 में दोनों ने शादी रचा ली।
शादी तकरीबन चार सालों तक अच्छी चली, लेकिन साल 2018 में दोनों के रिश्तों में दरार आ गई। शादी के बाद दोनों एक बेटी आयरा के माता-पिता बने थे। साल 2018 में यह पता चला कि हसीन जहां ने साल 2002 में सैफुद्दीन नामक व्यक्ति से निकाह किया था। हसीन के सैफुद्दीन से दो बेटियां है। हालांकि, दोनों ने साल 2010 में एक दूसरे को तलाक दे दिया था।
पत्नी के साथ झगड़े का मामला अदालत तक पहुंचा
साल 2018 में हसीन जहां ने शमी पर घरेलू हिंसा और हत्या के प्रयास के आरोप लगाए। मामला अदालत तक पहुंच गया। इस साल (2023) के सितंबर महीने में कोलकाता के स्थानीय अदालत में शमी को पेश होना पड़ा। हालांकि, उन्हें हसीन द्वारा दायर याचिका से जमानत मिल गई। इसके बाद दोनों के बीच दूरियां बढ़ती चली गई।
कुछ सालों तक शमी की पारिवारिक जिंदगी काफी चुनौतियों से भरी रही। सोशल मीडिया पर शमी की पारिवारिक जिंदगी
लेकिन उन्होंने क्रिकेट के मैदान पर हमेशा अपना सौ प्रतिशत दिया। शमी की तेज गेंदबाजी की वजह से टीम इंडिया ने सफलता के अनगिनत सीढ़ियां चढ़ी।
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