IND vs PAK: ये सिर्फ मैच नहीं साख की बात है, हार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं टीम इंडिया, जवाब तो देना होगा
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप-2025 में सिर्फ जीत ही विकल्प है। टीम इंडिया इस बार किसी भी कीमत पर हार बर्दाश्त नहीं कर सकती क्योंकि इस बार माहौल काफी अलग है और इसका कारण पहलगाम में हुआ आतंकी हमला है। इस बार जीत सिर्फ क्रिकेट टीम की नहीं बल्कि पूरे देश की होगी और इसकी अहमियत पहले से काफी ज्यादा होगी।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान का मैच। ये वो मैच है जो जब भी होता है रोमांच पैदा कर देता है। दोनों देश लंबे समय से एक-दूसरे को दुश्मन के तौर पर देख रहे हैं इसलिए मैच सिर्फ मैच नहीं होता देश की बात होती है। लेकिन इस बार माहौल बहुत ज्यादा अलग है। शायद सबसे अलग। अब मैच का परिणाम सिर्फ ट्रॉफी उठाने की बात नहीं है बल्कि देश की आत्मा को संतुष्टि पहुंचाने की बात है। इसलिए टीम इंडिया समझ लो, हार तो बिल्कुल बर्दाश्त नहीं।
बात 22 अप्रैल 2025 की है। कश्मीर घाटी के पहलगाम में बंदूकधारी आंतकवादियों ने भारत के 26 लोगों को मौत के घाट उतारा था। ये अब तक के सबसे बड़े हमलों में से एक था। आतंक शब्द जहां आता है वहीं पाकिस्तान का नाम परछाई की तरह साथ चलता है। इस बार भी यही हुआ था। भारत ने इसका जवाब देने की ठानी और ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर दिया। पाकिस्तान ने मुंह की खाई।
और बदल गया माहौल
बस यही वो घटनाक्रम है जिसने इस भारत और पाकिस्तान के मुकाबले को पहले से कहीं ज्यादा राजनीतिक मोड देते हुए इसे सिर्फ क्रिकेट मैच नहीं रहने दिया बल्कि बदलापुर बना दिया। पाकिस्तान के खिलाफ नफरत 100 गुना बढ़ गई और विरोध के स्वर इतने मुखर हुए कि 14 सितंबर को जब एशिया कप-2025 में दोनों टीमें पहली बार भिड़ीं तो सड़कों पर प्रदर्शन हुए।
भारत ने जीत हासिल करते हुए पूरे देश को शांति दी। सुपर-4 में फिर मुकाबला और फिर भारत ने विजय पताका फहराते हुए पाकिस्तान को घूल चटाई और भारतीय फैंस के दिलों को राहत दी। यहां लगा था कि पहलगाम के बाद पाकिस्तान को जंग के मैदान के बाद क्रिकेट के मैदान पर भी पटखनी दी। लेकिन किस्मत में इससे बड़ा मैच लिखा था।
मैदान के बाहर भी जंग
इस बीच मैदान के बाहर भी काफी कुछ हुआ। टीम इंडिया का हाथ न मिलाना पाकिस्तान को रास नहीं आया। उसने एसीसी से लेकर आईसीसी तक में शिकायत की। हुआ कुछ नहीं। पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी। सुपर-4 के मैच में साहिबजादा फरहान के गन सेलिब्रेशन और हारिस रऊफ के जेट गिराने का इशारा करने की बात ने तूल पकड़ा। इन दोनों के जवाब तो उसी दिन मैदान पर मिल गया था जब भारत ने पाकिस्तान को हराया। लेकिन मैदान के बाहर सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के लोग दोनों की तारीफ कर रहे थे।
मैदान के बाहर जो हुआ उसने मैच के माहौल को और गरमा दिया। इसलिए अब ये फाइनल सिर्फ खिताब जीतने की बात नहीं है बल्कि ये देश की गरिमा की बात बन गई है। इस मैच में हार गए तो सब कुछ मटियामेट हो जाएगा। पाकिस्तान के खिलाफ मिली पुरानी जीतें शून्य होंगी और पड़ोसी देश एक जीत के बाद हावी होने लगेगा। इसलिए टीम इंडिया इस मैच में हार बर्दाश्त नहीं कर सकती है।
पहले से बढ़ गए मायने
इसलिए ये मैच पिछले मैचों की तुलना में काफी बड़ा है क्योंकि बीते दो दशक में ऐसा माहौल नहीं था। न ही इस तरह की स्थितियां बनी थीं। जीत 140 करोड़ से ज्यादा भारतीयों के लिए इससे ज्यादा जरूरी पहले भी नहीं थी।
टीम इंडिया भी इस बात को जानती है। टीम में मौजूद खिलाड़ियों के लिए ये शायद उनके करियर का सबसे बड़ा मैच भी हो सकता है। जो करना है यहीं करना है।
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