IND vs AUS: बदल जाएगा 96 साल का इतिहास, टीम इंडिया मेलबर्न में करेगी चमत्कार, बस करना है एक काम
भारतीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में खेला जा रहा चौथा टेस्ट मैच काफी अहम है। इस मैच में भारत को जीत की सख्त दरकार है। अगर टीम इंडिया इसमें फेल होती है तो उसका आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतने का सपना टूट सकता है। अगर भारत को जीत चाहिए तो उसे 96 साल के इतिहास को बदलना होगा और चमत्कार करना होगा।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला जा रहा चौथा टेस्ट मैच काफी अहम है। इस मैच में जीत उसे आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने में मदद करेगी जबकि हार उसके अरमान तोड़ देगी। मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच के शुरुआती दो दिन शानदार खेल दिखा भारत के बैकफुट पर रखा, लेकिन तीसरे दिन नीतीश कुमार रेड्डी के दम पर भारत ने वापसी की। हालांकि, चौथे दिन का खेल खत्म होने तक अगर देखा जाए तो भारत को एमसीजी में जीत के लिए चमत्कार ही करना होगा।
टीम इंडिया को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेले जा रहे इस बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच में जीत के लिए वो करना होगा जो अभी तक नहीं हुआ है। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में नौ विकेट खोकर 224 रन बना लिए हैं। उसने भारत पर 333 रनों की बढ़त ले ली है क्योंकि वह अपनी दूसरी पारी में 105 रनों की बढ़त लेकर पहले से ही उतरी थी। मेजबान टीम ने पहली पारी में 474 रन बनाए थे। वहीं भारत को पहली पारी में 369 रनों पर ढेर कर दिया था।
96 साल का इतिहास बदलना होगा
अभी ऑस्ट्रेलिया के पास 333 रनों की बढ़त है। अगर पांचवें दिन सोमवार को भी ऑस्ट्रेलिया बिना एक भी रन बनाए अपना आखिरी विकेट खो दे देती है तो भारत को जीत के लिए 334 रनों का टारगेट मिलेगा। देखा जाए तो इतना टारगेट कभी भी एमसीजी पर चेज नहीं हुआ है। इस मैदान पर सबसे सफल रन चेज का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है। साल 1928 में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 332 रनों का टारगेट चेज किया था। टीम इंडिया को हर हाल में इससे ज्यादा ही टारगेट मिलेगा और अगर वह ये हासिल करने में सफल रहती है तो फिर इतिहास रच देगी क्योंकि इतना टारगेट कभी भी इस मैदान पर चेज नहीं हुआ है।
मेलबर्न में अभी तक 34 बार रन चेज करते हुए जीत हासिल की गई है जिसमें से 21 बार ये काम ऑस्ट्रेलिया ने किया है और आठ बार इंग्लैंड ने। साउथ अफ्रीका ने 1953 में इस मैदान पर 295 का टारगेट चेज किया था। जहां तक उपमहाद्वीप की टीमों की बात है तो भारत ने इस मैदान पर एक बार टारगेट हासिल किया है। साल 2020 में भारत ने यहां लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी। तब भारत को सिर्फ 70 रनों का टारगेट मिला था जो उसने दो विकेट खोकर हासिल कर लिया था।
करना होगा गाबा वाला कमाल
भारत को अगर ये मैच जीतना है तो उसे वो काम करना होगा जो उसने अपने पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर ब्रिस्बेन में किया था। तब भारत ने 328 रनों का टारगेट चेज किया था और ये बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सबसे सफल रन चेज है। इस बार अगर भारत ऐसा करने में सफल होता है तो फिर इतिहास में इस मैच को हमेशा याद रखा जाएगा।
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