सहवाग ने बताया क्यों टीम इंडिया के खिलाड़ी हो रहे हैं चोटिल कहां पर है असली समस्या, तेंदुलकर का दिया उदाहरण
सहवाग ने कहा कि टीम इंडिया को चोट के मामलों को देखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी जिस तरह से चोटिल हो रहे हैं वो चिंता वाली बात है और सबसे अहम ये है कि हमारे प्लेयर्स मैदान पर चोटिल नहीं हो रहे हैं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। पिछले कुछ दिनों से टीम इंडिया के खिलाड़ियों के चोटिल होने की समस्या कुछ ज्यादा ही बढ़ती जा रही है। एशिया कप 2022 के बीच में रवींद्र जडेजा चोटिल हो गए और वो टी20 वर्ल्ड कप 2022 से बाहर हो गए। वहीं एशिया कप 2022 से ठीक पहले जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल चोटिल हो गए थे और उन्हें एशिया कप से बाहर होना पड़ा था। अब जबकि टी20 वर्ल्ड कप 2022 के लिए टीम इंडिया का ऐलान हो चुकी है पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने इस समस्या की तरफ सबका ध्यान आकर्षित करवाया और इसे एक गंभीर समस्या करार दिया।
सहवाग ने कहा कि टीम इंडिया को चोट के मामलों को देखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी जिस तरह से चोटिल हो रहे हैं वो चिंता वाली बात है और सबसे अहम ये है कि हमारे प्लेयर्स मैदान पर चोटिल नहीं हो रहे हैं। सहवाग ने उदाहरण दिया कि कैसे रवींद्र जडेजा मैदान पर चोटिल नहीं हुए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इससे ये जाहिर होता है कि मैदान से बाहर या जिम में कुछ गड़बड़ हो रहा है।
सहवाग ने क्रिकबज पर बात करते हुए कहा कि भारतीय खिलाड़ियों की समस्या वो चोट है जो उन्हें मैदान पर नहीं लग रही हैं और इस बात पर कोई विशेष ध्यान नहीं दे रहा है। हार्दिक पांड्या गेंदबाजी करते हुए चोटिल हो गए, लेकिन ज्यादातर प्लेयर मैदान के बाहर या फिर जिम में चोटिल हो रहे हैं। रवींद्र जडेजा को हमने मैदान पर चोटिल होते हुए नहीं देखा और मैच के बाद हमें पता चला कि उन्हें इंजरी हुई है। इसका साफ मतलब है कि मैदान के बाहर या फिर जिम में कुछ चीजें ऐसी हो रही है जिस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
सहवाग ने कहा कि एक खिलाड़ी के लिए स्किल ज्यादा अहम है ना कि उसका जिम कौशल। सहवाग ने सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए कहा कि वो सिर्फ 6-8 किलोग्राम वजह ही उठाते थे जबकि विराट कोहली जैसे मौजूदा क्रिकेटर्स 50-60 किलोग्राम वजन उठाते हैं और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने तेंदुलकर से ये सीखा। मैंने उन्हें कभी भी 6-8 किलोग्राम वजह उठाते हुए नहीं देखा। मैंने उनसे पूछा भी था कि वो इतना कम वजह क्यों उठाते हैं तो उन्होंने कहा था कि ये मेरा तरीका है और मुझे एक मैच खेलना है। मैं अपनी लय बनाए रखने के लिए ऐसा कर रहा हूं जिससे की मेरी पावर बनी रहे और मैदान पर मेरी एनर्जी बरकरार रहे।